कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स में देश की खराब रैंकिंग को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. इस सूची में भारत अपने 2020 के 94वें स्थान से फिसलकर 101वें स्थान पर आ गया है, जो पाकिस्तान सहित अपने पड़ोसियों से बहुत पीछे है. ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट ने भारत में भूख के स्तर को "खतरनाक" करार दिया है. कांग्रेस नेता ने कपिल सिब्बल ने ट्विटर पर गरीबी, भूख मिटाने और भारत को वैश्विक शक्ति बनाने के सरकार के दावों का मजाक उड़ाते हुए एक ट्वीट किया है. उन्होंने तंज कसते हुए लिखा है, गरीबी, भूखमरी मिटाने के लिए बधाई हो मोदी जी.
Congratulations Modi ji for eradicating :
— Kapil Sibal (@KapilSibal) October 15, 2021
1) poverty
2) hunger
3) making India a global power
4) for our digital economy
5) …………… so much more
Global Hunger Index :
2020 : India ranked 94
2021 : India ranks 101
Behind Bangladesh , Pakistan & Nepal
भारत 116 देशों के वैश्विक भुखमरी सूचकांक (जीएचआई) 2021 में फिसलकर 101वें स्थान पर आ गया है. इस मामले में वह अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से पीछे है. वर्ष 2020 में भारत 94वें स्थान पर था. भूख और कुपोषण पर नजर रखने वाली वैश्विक भुखमरी सूचकांक की वेबसाइट पर गुरुवार को बताया गया कि चीन, ब्राजील और कुवैत सहित अठारह देशों ने पांच से कम के जीएचआई स्कोर के साथ शीर्ष स्थान साझा किया है. सहायता कार्यों से जुड़ी आयरलैंड की एजेंसी कंसर्न वर्ल्डवाइड और जर्मनी का संगठन वेल्ट हंगर हिल्फ द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई रिपोर्ट में भारत में भूख के स्तर को ‘चिंताजनक' बताया गया है. वर्ष 2020 में भारत 107 देशों में 94वें स्थान पर था. अब 116 देशों में यह 101वें स्थान पर आ गया है.
भारत का जीएचआई स्कोर भी गिर गया है. यह साल 2000 में 38.8 था, जो 2012 और 2021 के बीच 28.8 - 27.5 के बीच रहा. जीएचआई स्कोर की गणना चार संकेतकों पर की जाती है, जिनमें अल्पपोषण, कुपोषण, बच्चों की वृद्धि दर और बाल मृत्यु दर शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार, पड़ोसी देश जैसे नेपाल (76), बांग्लादेश (76), म्यांमार (71) और पाकिस्तान (92) भी भुखमरी को लेकर चिंताजनक स्थिति में हैं, लेकिन भारत की तुलना में अपने नागरिकों को भोजन उपलब्ध कराने को लेकर बेहतर प्रदर्शन किया है.