जनता उन्नयन पार्टी (जेयूपी) के संस्थापक हुमायूं कबीर ने 2026 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के लिए बालीगंज सीट से निशा चटर्जी की उम्मीदवारी वापस लेने के 24 घंटे से भी कम समय के भीतर बुधवार को उनकी जगह सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी अबू हसन को मैदान में उतारा.कबीर के अनुसार चटर्जी की उम्मीदवारी इसलिए वापस ली गई क्योंकि सोशल मीडिया पर उनकी उपस्थिति पार्टी की छवि के अनुरूप नहीं है.
कबीर ने हसन का नाम घोषित करने के बाद कहा कि हसन मेरे मामा नहीं, बल्कि मेरी मां के रिश्ते के भाई हैं। उनके बच्चों को कुछ चिंताएं थीं, जिनका मैं समाधान करूंगा. उनकी जीत सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है.
हसन ने पत्रकारों से कहा कि मैं राजनीति में दिलचस्पी रखने वाला व्यक्ति नहीं हूं। मैंने अपना पूरा जीवन पुलिसकर्मी के रूप में बिताया है.हुमायूं ने जोर देकर कहा कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए.मूल रूप से राजनगर के रहने वाले हसन कई वर्षों से शहर के बेकबागान में रह रहे हैं.चार दिसंबर को तृणमूल कांग्रेस से निलंबित होने के बाद, कबीर ने कहा था कि वह अपनी खुद की पार्टी बनाएंगे और विधानसभा चुनावों के लिए 100 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारेंगे.
कबीर ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर अपनी पार्टी का गठन किया और 10 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. इनमें से दो सीटों से उन्होंने खुद चुनाव लड़ने का ऐलान किया.














