उम्र सिर्फ 16 साल, जुर्म- हत्या... 9 साल की बच्ची को जिंदा जलाकर मारने का आरोप. हरियाणा के गुरुग्राम फ्लैट में चोरी करते देखा तो बच्ची को जला डाला. ये घटना डराती है. सोचने पर मजबूर करती है... आखिर हमारे बच्चों को ये क्या हो रहा है? बच्चे इतने हिंसक क्यों हो रहे हैं? ऐसी घटनाएं, समाज में आ रहे बदलाव को दर्शाते हैं. आखिर हमारे बीच ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? हरियाणा के गुरुग्राम की एक हाउसिंग सोसाइटी में सोमवार को 16 वर्षीय लड़के ने पड़ोस में रह रही नौ साल की लड़की की कथिततौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी और बाद में उसके शव को आग लगा दी. पुलिस ने बताया कि लड़की ने आरोपी को उसके फ्लैट से गहने चुराते समय रंग हाथों पकड़ लिया था, इसलिए उसने इस खौफनाक काम को अंजाम दिया.
चौथी कक्षा में पढ़ती थी लड़की, आरोपी 10वीं का छात्र
पीडि़त लड़की चौथी कक्षा में पढ़ती थी. पुलिस ने बताया कि आरोपी दसवीं कक्षा का छात्र है. हालांकि, पुलिस ने अब उसे हिरासत में ले लिया है. आरोपी ने पहले दावा किया था कि दो चोर घर में घुस आए थे और उन्होंने लड़की की हत्या की थी, लेकिन बाद में आरोपी ने हत्या की बात कबूल की. उसने बताया कि आरोपी ने जुर्म कबूलने के दौरान बताया कि उसने 20,000 रुपये का कर्ज चुकाने के लिए आभूषण चुराए थे. पुलिस ने बताया कि इस मामले में राजेंद्र पार्क थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
आखिर हमारे बच्चों को ये क्या हो रहा?
बच्चों में हिंसक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. पिछले कुछ समय में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां नाबालिग बच्चों ने हत्या जैसे जुर्म को अंजाम दिया. कई बार बच्चों को घटना के बाद अहसास होता है कि उन्होंने ये क्या कर दिया. मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि आजकल बच्चे सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा समय बिताते हैं. ज्यादातर पैरेंट्स मोबाइल में एडल्ट कंटेंट को हाइड करके नहीं रखते हैं. ऐसे में छोटे-छोटे बच्चे भी हर तरह का कंटेंट देखते हैं, जिनका उनके दिलो-दिमाग पर बहुत बुरा असर पड़ता है. बच्चों में हिंसक प्रवृत्ति बढ़ती है. ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है.
पैरेंटिंग पर भी उठ रहे हैं सवाल
गुरुग्राम की घटना कई सवाल उठाती है. ये घटना पैरेंटिंग पर भी सवाल उठाती है कि कैसे हम बच्चों को सही दिशा नहीं दे पा रहे हैं. कैसे हम उन्हें सही-गलत का अंतर नहीं बता पा रहे हैं. कैसे हम बच्चों को अपनी गलतियों पर 'सॉरी' बोलना नहीं सिखा पा रहे हैं. बच्चे अपने माता-पिता के बहुत कुछ सीखते हैं. माता-पिता आमतौर पर बच्चों के आदर्श होते हैं. ऐसे में ये माता-पिता की जिम्मेदारी होती है कि वे बच्चों को अच्छे संस्कार दें. बच्चों में शुरुआत से ही सहनशील, विनम्र और क्षमा भाव पैदा करें. ताकि उससे अगर कोई गलती हो भी जाती है, तो वह उसे स्वीकार करे और क्षमा मांगे.
हत्या के बाद सुबूत मिटाने की कोशिश
गुरुग्राम की ये दिल दहला देने वाली घटना गुरुग्राम के सेक्टर 107 की हाउसिंग सोसाइटी का है. यहां एक 16 वर्षीय नाबालिग ने 9 वर्षीय बच्ची की सोमवार सुबह गला घोंट कर हत्या कर दी. पुलिस ने नाबालिग को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने बताया, शुरुआती जांच में सामने आया है कि 16 वर्षीय नाबालिग चोरी के मकसद से फ्लैट नंबर 104 में दाखिल हुआ था. वह फ्लैट में रखे सोने के जेवर चुरा कर बाहर निकल ही रहा था कि घर में मौजूद बच्ची वॉशरूम से बाहर निकली और उसने नाबालिग को देख लिया. ऐसे में बच्ची ने शोर मचाने की कोशिश की, तो लड़के ने चुन्नी से लड़की का गला दबा कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद उसने मिट्टी का तेल और कपूर डालकर गद्दे पर रखे शव को जलाकर सुबूत मिटाने की भी कोशिश की थी.
मां के सामने अधजली हालत में पड़ी थी बेटी
पुलिस को मृतक लड़की की मां ने गुरुग्राम घटना की शिकायत की और बताया कि वह सुबह 10 बजे सोसाइटी में ही किसी से मिलने के लिए एक परिचित के फ्लैट से गई थी. जब वह घर वापस आई, तो उन्होंने देखा कि फ्लैट का लोहे वाला गेट बंद था और लकड़ी वाला गेट खुला हुआ था. आरोप है कि उन्हें फ्लैट के पास सोसाइटी में रहने वाले जानकार का लड़का भी नजर आया. जैसे ही वह फ्लैट में घुसीं, वैसे ही उसे कुछ जलने की बदबू आई. मां ने तुरंत आसपास के लोगों को और फायरमैन को बुलाया. फ्लैट में जाकर देखा तो बैडरूम में महिला को अपनी 9 साल की बेटी का शव अधजली हालत में मिला.
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