वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान को मध्यप्रदेश के पत्रकारों ने दी श्रद्धांजलि

कमाल खान पिछले 30 सालों से NDTV से जुड़े हुए थे और अपनी विशिष्ट पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे. वो चैनल के लखनऊ ब्यूरो के हेड थे. गुरुवार को ही चैनल पर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों पर उनकी रिपोर्टिंग देखी गई थी.

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शुक्रवार सुबह हार्ट अटैक आने से अचानक कमाल खान का निधन हो गया.
भोपाल:

वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान हमारे बीच नहीं रहे. शुक्रवार सुबह हार्ट अटैक आने से अचानक उनका निधन हो गया. देशभर में उन्हें लोग श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. इस कड़ी में कटनी के शहीद स्मारक में आज शनिवार को एनडीटीवी के दिवंगत पत्रकार कमाल खान को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. सभी पत्रकारों ने एक कार्यक्रम के दौरान श्रद्धांजलि दी. कमाल खान के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. 

बनारस में दीये जलाकर वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान को दी गई श्रद्धांजलि

इस दौरान सभी उपस्थित पत्रकारों ने उनकी प्रस्तुतिकरण को याद किया जो बड़ी से बड़ी खबर को अपनी भाषा शैली से लोगो को प्रभावित करती रही. कुछ पत्रकारों ने उन्हें कहा कि कमाल खान एक नाम नहीं बल्कि पत्रकारिता की पाठशाला थे, जिनसे सभी ने पत्रकारिता के अध्याय सीखे हैं. NDTV के वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान को श्रद्धांजलि देने मध्यप्रदेश के खंडवा में भी लोग जुटे. शाम 6 बजे स्थानीय नगर निगम चौक पर श्रद्दांजलि सभा का आयोजन हुआ, जिसमें सारे लोग कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए शामिल हुए.

वहीं स्थानीय मोहन टाकीज चौराहे पर धार के पत्रकारो ने कमाल खान के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर व कैंडल जलाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार अनिल तिवारी ने उनके उल्लेखनीय कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कमाल खान के दु:खद निधन को पत्रकार जगत में अपूरणीय क्षति बताया. राजेश शर्मा वरिष्ठ पत्रकार ने उन्हें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जगत का वह तारा बताया जो कभी  अस्त नहीं हो सकता. उनके उल्लेखनीय कार्य हमेशा याद आते रहेंगे. वह हमारे बीच भले ही न हो मगर उनकी बेबाक टिप्पणी का हर कोई कायल रहा है. उपस्थित समस्त पत्रकारो ने दो मिनिट का मौन रख व कैंडल जलाकर अपनी भावभिनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की. 

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यादों में हमेशा रहेंगे NDTV के कमाल खान, अपने कमेंट यहां शेयर करें

बता दें कि कमाल खान पिछले 30 सालों से NDTV से जुड़े हुए थे और अपनी विशिष्ट पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे. वो चैनल के लखनऊ ब्यूरो के हेड थे. गुरुवार को ही चैनल पर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों पर उनकी रिपोर्टिंग देखी गई थी. तीन दशकों में उन्होंने राजनीति के कई दौर देखे और दर्शकों को अपनी राजनीतिक आंखों से घटनाओं का साक्षी बनाया. उन्हें समाज को अपने अनूठे ढंग से समझने-समझाने वाले और विशिष्‍ट और विश्‍वसनीय आवाजों में से एक पत्रकार माना जाता है.

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