जोशीमठ नगर में रविवार को मुख्य बाजार से नृसिंह मंदिर जाने वाले पैदल मार्ग पर अचानक पानी का रिसाव होने लगा जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गयी.
सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम ने मौके का निरीक्षण किया. बाद में लोक निर्माण विभाग कार्यालय के समीप स्थित पानी के दो टैंकों की आपूर्ति बंद कर दी गई जिससे पानी का रिसाव भी बंद हो गया. इससे लोगों ने राहत की सांस ली.
अधिकारियों ने बताया कि रविवार की सुबह नृसिंह मंदिर मार्ग पर लोक निर्माण विभाग कार्यालय के समीप अचानक पानी का स्रोत फूट पड़ा. स्रोत से निकल रहा पानी साफ नजर आ रहा था. अचानक पानी के रिसाव को देखकर लोगों में अफरा-तफरी मच गई और लोग दहशत में आ गए.
जोशीमठ के तहसीलदार रवि शाह ने संवाददाताओं को बताया कि बाद में तहसील के अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने बारीकी से पानी के रिसाव का निरीक्षण किया और जल संस्थान के कर्मियों को समीप ही स्थित पानी की टंकियों में आपूर्ति बंद करने के लिए कहा. टंकियों में पानी की आपूर्ति बंद होने के कुछ देर बाद रास्ते पर फूटे जलस्रोत से भी पानी का रिसाव धीरे-धीरे कम होने लगा और दोपहर में करीब एक बजे पानी का रिसाव पूरी तरह से बंद हो गया.
स्थानीय लोगों ने बताया कि अचानक फूटी जलधारा से लोग दहशत में आ गए थे. रिसाव वाली जगह पर पानी साफ था लेकिन निचले क्षेत्रों में पानी के साथ मिट्टी बहने से इसका रंग मटमैला हो गया था जिससे लोगों में जमीन धंसने का डर सताने लगा था.
जल संस्थान गोपेश्वर के अधिशासी अभियंता राजेश निर्वाल ने बताया कि लोक निर्माण विभाग कार्यालय के समीप स्थित दो टैंकों में दो इंच की भूमिगत पाइप लाइन से पानी की आपूर्ति हो रही है. पाइप लाइन में लीकेज होने के कारण भारी मात्रा में पानी का रिसाव शुरु हो गया था.
उन्होंने बताया कि पानी की लाइन ठीक करवाई जा रही थी.
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