JNU: पीएचडी अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए 6 सितंबर से खुलेगा कैंपस, RT/PCR रिपोर्ट दिखना अनिवार्य

जेएनयू प्रबंधन की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक टीचिंग का मोड ऑनलाइन रहेगा.स्कूल/ सेंटर की लाइब्रेरी फिलहाल बंद रहेंगे.

विज्ञापन
Read Time: 9 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय कैंपस (JNU) 6 सितंबर से एक बार फिर खुलने जा रहा है. इसे लेकर जेएनयू प्रबंधन की ओर से एक अधिसूचना जारी की गई है. इस अधिसूचना के मुताबिक  फाइनल ईयर पीएचडी स्कॉलर्स, जिनको 31 दिसंबर 2021 से पहले थीसिस जमा करनी है, उनके लीए सोमवार से कैंपस खोला जा रहा है.  इसके साथ ही, PhD प्रोग्राम के सभी पीडब्ल्यूडी छात्र कैंपस में जा सकेंगे. इतना ही नहीं, सोमवार से बीआर अंबेडकर सेंट्रल लाइब्रेरी का रीडिंग हाल 50% क्षमता के साथ खुलेगा.

JNU की कार्यकारी परिषद ने विवादास्पद आतंकवाद रोधी पाठ्यक्रम को दी मंजूरी : सूत्र

जेएनयू प्रबंधन की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक टीचिंग का मोड ऑनलाइन रहेगा.स्कूल/ सेंटर की लाइब्रेरी फिलहाल बंद रहेंगे. कैंपस में दाखिल होने वाले छात्रों को सेल्फ डिक्लेरेशन declaration) फॉर्म भरना होगा जिसमें वो  कोविड उपयुक्त व्यवहार (covid appropriate behaviour) को अपनाने की बात पर सहमति देंगे.

प्रत्यक्ष कक्षाओं की बहाली पर चर्चा के लिए जेएनयू, डीयू और जामिया विश्वविद्यालय बैठक करेंगे

इसके साथ ही कैंपस में आने वाले सभी छात्रों को 72 घंटे पहले की RT/PCR रिपोर्ट देनी होगी. बता दें कि जो कंटेनमेंट ज़ोन में हैं उनके यूनिवर्सिटी कैंपस आने पर पाबंदी रहेगी. 

Advertisement
Featured Video Of The Day
India-Pakistan Tension: Srinagar Airport के पास Drone Attack की कोशिश, देखें वीडियो