पद्मश्री पाने वाले जितेंदर सिंह शंटी बोले- कोविड काल को याद करता हूं तो नींद नहीं आती

पूर्व विधायक जितेंदर सिंह शंटी (Jitender Singh Shunty Padma Shri Award) को समाजसेवा के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
जितेंदर सिंह शंटी पद्मश्री अवॉर्ड
नई दिल्ली:

पूर्व विधायक जितेंदर सिंह शंटी (Jitender Singh Shunty Padma Shri Award) को समाजसेवा के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. कोविड काल के दौरान  जितेंदर सिंह शंटी ने जिस तरह से समाजसेवा की उसकी तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की. NDTV से बात करते हुए  जितेंदर सिंह शंटी ने कहा कि कोविड काल याद करता हूं तो रात को नींद नहीं आती है. कोविड काल में 4000 से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार किया है. सेवा करने का अब जूनून है. दो बार के पार्षद और एक बार विधायक रहे  जितेंदर सिंह शंटी ने समाजसेवा करने के लिए राजनीति छोड़ दी थी. राजनीति छोड़ने के बाद ये ज्यादातर वक्त सीमापुरी के श्मशान घाट में ही रहते हैं.

आपको जानकर हैरानी होगी की महज एक महीने में 4000 शवों का अंतिम संस्कार जितेंदर सिंह शंटी ने करवाया था. कोरोना काल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड के दौर ने खून को अलग कर दिया. कोविड के दौरान सेवा करने में मेरे ड्राइवर आरिफ की मौत हो गई. इस बार पद्मश्री जमीन पर काम करने वालों को मिला है. कोविड के दौरान NDTV पर खबर देखकर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जी ने फोन किया था. पुरुस्कार लेने के बाद खुद प्रधानमंत्री जी आए और बोले शंटी जी आपने बेहतरीन काम किया है. पद्मश्री मिलने के बाद एक नई जिम्मेदारी आ गई है और डटकर सेवा करुंगा.

चला रहे हैं भगत सिंह सेवा दल नामक संस्था

 जितेंदर सिंह शंटी ((Jitender Singh Shunty) शहीद भगत सिंह सेवा दल नामक संस्था चला रहे हैं. इस संस्था को उन्होंने साल 1996 में शुरू किया था. ये संस्था नि:शुल्क एंबुलेंस सेवा लोगों को प्रदान करती है.

Featured Video Of The Day
UP के Sambhal से Bulandshahr तक मंदिरों और तहखानों का हुजूम, UP का “मंदिर मार्ग” किस जगह?