झारखंड के गिरिडीह में एक नवजात बच्चे की मौत हो गई है. आरोप लगाया गया है कि पुलिसकर्मी द्वारा पैरों से कुचलने के कारण बच्चे की मौत हुई है. देवरी थाना के पुलिस कर्मी पर यह आरोप लगाया गया है. उच्च अधिकारियों ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
गिरिडीह जिले की देवरी पुलिस गंभीर आरोपों से घिर गई है. आरोप चार दिनों के नवजात को पैरों तले कुचलने का लगा है. आरोप है कि पुलिसकर्मी के बूट से कुचले जाने के बाद नवजात ने दम तोड़ दिया. इस मामले की जानकारी मिलते ही एसपी अमित रेणू के निर्देश पर जांच शुरू कर दी गई है.
डीएसपी संजय राणा और खोरीमहुआ के एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो ने पूरे मामले की जानकारी ली. पुलिस निरीक्षक सहदेव प्रसाद मामले की जांच कर रहे हैं.
क्या है मामला?
दरअसल बुधवार की सुबह देवरी थाने की टीम पुलिस थाना प्रभारी संगम पाठक के नेतृत्व में एक वारंटी को गिरफ्तार करने के लिए कोशोगोंदो दिघी गांव गई थी. वहां पर वारंटी भूषण पाण्डेय को खोजा जा रहा था. पुलिस वांछित आरोपी के घर के अंदर दाखिल हुई. पुलिस को देखकर घर के सभी सदस्य घर छोड़कर निकल गए. घर के अंदर सिर्फ चार दिन का एक नवजात ही था.
बच्चे की मां और रमेश पाण्डेय की पत्नी नेहा देवी का कहना है कि पुलिसकर्मी एक-एक कमरे की तलाशी ले रहे थे. चार दिनों का उसका बच्चा चौकी पर सो रहा था. पुलिस जब घर से बाहर निकल गई तो वह अपने कमरे में गईं. बच्चे को देखा तो उसके शरीर पर किसी प्रकार की हलचल नहीं थी. नेहा व घर के अन्य सदस्यों का आरोप है कि बच्चे की मौत पुलिसकर्मी के पैर से दब जाने से हुई है.
डीएसपी संजय राणा ने कहा कि इस मामले की जानकारी मिलते ही जांच शुरू कर दी गई है. जांच के उपरांत आगे की कार्रवाई होगी.