झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का गुरुवार को चेन्नई के एक अस्पताल में निधन हो गया. एक अधिकारी ने बताया कि 57 साल के जगरनाथ महतो ने नवंबर 2020 में फेफड़े का प्रतिरोपण कराया था. स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण महतो को पिछले महीने चेन्नई ले जाया गया था. वह कोरोना वायरस से भी संक्रमित पाए गए थे. एमजीएम हेल्थकेयर के चिकित्सक अपार जिंदल ने कहा कि जगरनाथ महतो ने आज अंतिम सांस ली.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपन सहयोगी जगरनाथ महतो के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "अपूरणीय क्षति! हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे! आज झारखण्ड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया. चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया. परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे.
वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी जगरनाथ महतो के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा, "झारखंड सरकार के मंत्री श्री जगरनाथ महतो जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. वो एक कुशल आंदोलनकर्ता, समाजसेवी और राजनेता थे. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति एवं परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें. भावभीनी श्रद्धांजलि!"
शिक्षा मंत्री के निधन पर झारखंड में दो दिनों के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है. इस दौरान सभी भवनों पर जहां नियमित रूप से तिरंगा फहराया जाता है, आधा झुका रहेगा. इस दौरान कोई राजकीय समारोह भी नहीं होगा. साथ ही आज सभी सरकारी कार्यालय भी बंद रहेंगे.
झारखंड सरकार के मंत्रिमंडल की आज होने वाली बैठक भी महतो के असामयिक निधन से स्थगित कर दी गयी है. इस संबंध में राज्य सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय ने सूचना जारी की है.
जगरनाथ महतो के परिवार में उनका एक पुत्र और चार पुत्रियां हैं. वह गिरिडीह के डुमरी से झारखंड मुक्ति मोर्चा के चार बार विधायक रहे.
इसे भी पढ़ें: झारखंड के 10वीं पास शिक्षा मंत्री ने लिया 11वीं में एडमीशन, बोले- 'पढ़ेंगे भी और पढ़ाएंगे भी...' - देखें Video