लक्ष्मी देवी सुबह के समय घर का दरवाजा साफ कर रही थी. सफाई करते हुए उन्होंने जैसे ही दरवाजे को खोला उसी वक्त जोरदार आवाज आई और देखते ही देखते जमीन धंस गई. ये आवाज पास के लोगों ने भी सुनी और दौड़ते हुए मौके पर पहुंच गए. लोगों ने किसी तरह से लक्ष्मी देवी की जान बचाई. ये घटना झारखंड के धनबाद के भाटडीह ओपी क्षेत्र अंतर्गत मुरलीडीह बस्ती की है. मौत के मंजर को लक्ष्मी देवी ने बेहद ही पास से देखा है और वो सदम में है. सही वक्त पर अगर गांववाले वहां नहीं आते तो आज फिर कोल इंडिया प्रबंधक की गलत नीति के कारण लक्ष्मी देवी की जान जा सकती थी.
"कमर तक हम जमीन में थे"
इस हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है. वहीं इस खतरनाक मंजर को बयां करते हुए लक्ष्मी देवी की आंखों में डर था. उन्होंने बताया कि कैसे झाड़ू मारते हुए जोरदार आवाज आई और जमीन धस गई. घटना सुबह 6 बजे की है. कमर तक हम जमीन में थे. वक्त रहते अगर लोग वहां नहीं आते तो आज बड़ा हादसा हो जाता .
कई घरों में आई दरार
जमीन धंसने से कई घरों में दरार आ गई है. इस घटना की सूचना पाकर भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के माइनिंग कर्मचारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी मशीन से गड्ढे को भरा गया है. ग्रामीणों ने विरोध जाहिर करते हुए प्रबंधन से तत्काल पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग की है.
घटना की सूचना पर धनबाद सांसद ढूल्लू महतो के बड़े भाई शत्रुघ्न महतो भी मौके पर पहुंचे. घटना को लेकर बीसीसीएल के स्थानीय जीएम अरिंदम मुस्तफी को फटकार लगाई. शरद महतो ने कहा कि इतनी बड़ी घटना घट चुकी है. लोग घटना से काफी भयभीत हैं कि कब क्या अनहोनी हो जाए. उन्होंने ग्रामीणों को तत्काल सुरक्षित स्थान में शिफ्ट कराने और पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की. रिपोर्टर-कुंदन सिंह