झारखंड के गोड्डा जिले का एक सरकारी स्कूल इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. स्कूल जिले के भिखियाचक नाम के गांव में स्थित है, जिसकी दशा दयनीय है. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे लगातार स्थिति में सुधार की मांग कर रहे थे. लेकिन इस बाबत कोई कदम नहीं उठाया गया, जिसके बाद उक्त स्कूल में पढ़ने वाले छठी क्लास बच्चे ने स्कूल का कायाकल्प करने का बीड़ा उठाया. उसने एक खाली बोतल को माइक तरह पकड़ा और स्कूल के दशा की पत्रकार के तरह ग्राउंड रिपोर्टिंग की और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
इधर, वीडियो इतने जबरदस्त रूप से वायरल हुआ कि मेन स्ट्रीम के मीडिया के साथ-साथ प्रशासन भी हक्का-बक्का रह गया. वीडियो के वायरल होने के बाद विकास से दूर इस गांव में NDTV की टीम पहुंची. बरसाती नाले पर ताड़ के दो पेड़ों को डालकर बनाए गए पुल से पार होकर जब टीम रिखियाचक के उस मध्य विद्यालय में पहुंची तो वायरल वीडियो को सही पाया.
स्कूल में पदस्थापित शिक्षक सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति करते दिखे. विद्यालय का विजिट करने वाले सीआरपी को उस स्कूल का नाम तक पता नहीं था. फिलहाल पूरे मामवे जिला शिक्षा अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है और संबंधित अधिकारियों से कारण पृच्छा की मांग की है.
बता दें कि वायरल वीडियो में बच्चे ने आरोप लगाया है कि शिक्षक स्कूल खोल कर घर चले जाते हैं. वे केवल हाजिरी बनाने आते हैं. वहीं, उसने ये भी आरोप लगाया कि स्कूल में साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है. बच्चों को शौच और पीने का पानी लाने के लिए बाहर जाना पड़ता है.
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