कर्नाटक में JDS और BJP गठबंधन तय, लेकिन सीट शेयरिंग पर दिल्ली में होगा फैसला

बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा पार्टी के दूसरे नेताओं के साथ दिल्ली जा रहे हैं जहां वो पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे. साथ ही उनकी मुलाकात अमित शाह और नरेंद्र मोदी से होगी.

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बेंगलुरु:

कर्नाटक में जेडीएस और बीजेपी लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) साथ मिलकर लड़ेंगे. ये तय हो गया है. लेकिन मामला सीट शेयरिंग को लेकर दोनों दलों में अटका है. जानकारी के अनुसार अब फैसला दिल्ली में होगा कि जेडीएस को कितनी सीटें मिलेगी.  बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा पार्टी के दूसरे नेताओं के साथ दिल्ली जा रहे हैं जहां वो पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे.  इसके बाद उनकी मुलाकात अमित शाह और नरेंद्र मोदी से होगी. माना जा रहा है कि जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी को भी दिल्ली बुलाया गया है.

जेडीएस को 4 लोकसभा सीट मिलने की संभावना

तक़रीबन डेढ़ दशक बाद एक बार फिर जेडीएस और बीजेपी साथ है. गठबंधन हो गया है लेकिन मामला सीट शेयरिंग को लेकर फंस गया है. बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने पहले कहा था कि 4 सीटें जेडीएस को दी गई है. लेकिन अब वो पलट गए है. कह रहे है कि फैसला पार्टी आलाकमान लेगा. हलांकि पूर्व सीएम  येदियुरप्पा ने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर अभी फैसला नही हुआ है. बातचीत चल रही है. थोड़ा इंतज़ार कीजिये फैसला अब अमित शाह और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी लेंगे.

जेडीएस को पिछले चुनाव में मिली थी एक लोकसभा सीट पर जीत

जेडीएस ने पिछले लोक सभा चुनाव में कर्नाटक की 28 में से सिर्फ़ 1 सीट जीती थी जबकि बीजेपी ने 26 सीटों पर जीत दर्ज किया था. तब जेडीएस और कांग्रेस ने एक साथ चुनाव लड़ा था. जेडीएस का दबदबा ओल्ड मैसूर क्षेत्र में है जहां लोक सभा की 8 सीटें है. जानकारी के मुताबिक  जेडीएस यहां 6 सीटों पर अपना दावा कर रही है. वही बीजेपी की नज़र भी वोक्कालिगा दबदबा वाली इन्ही सीटों पर है. 

एच डी कुमारस्वामी ने गठबंधन को बताया जरूरी

जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी ने पूरे मामले पर कहा है कि यहां किसानों को समस्या हो रही है. कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष की ज़रूरत है और इसी लिए ज़रूरी है कि हम दोनों साथ मे चुनाव लड़े. जहां कुमारस्वामी कांग्रेस की सिद्धारमैय्या सरकार के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष की भूमिका के लिये बीजेपी जेडीएस गठबंधन की बात कर रहे हैं. वहीं उनके पिता देवेगौड़ा ने जेडीएस के भविष्य के लिए गठबंधन को ज़रूरी बताया.

वोकलीग्गा के दबदबे वाले इलाकों में जेडीएस को विधान सभा चुनावो में करारी हार का सामना करना पड़ा और पार्टी 35 से सिमट कर 19 सीटो पर आ गई. 90 साल के देवेगौड़ा को अपनी पार्टी के भविष्य की चिंता है. वहीं लोक सभा चुनावों में दक्षिण में बीजेपी की उमीद कर्नाटक से ही है ऐसे में दोनो पार्टियां साथ आई है.

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