राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) के जंतर-मंतर (Jantar Mantar) पर भड़काऊ नारे लगाने के आरोपी हिन्दू रक्षा दल के नेता पिंकी चौधरी ने मंगलवार को मंदिर मार्ग थाने में सरेंडर कर दिया. पिंकी चौधरी (Pinky Chaudhary) सैकड़ों समर्थकों के साथ थाने पहुंचा और उसके बाद सरेंडर किया. थाने के बाहर चौधरी के समर्थकों ने नारेबाजी की और उसका (पिंकी चौधरी) फूलमाला पहनाकर स्वागत किया. दिल्ली पुलिस को जंतर मंतर पर भड़काऊ नारेबाज़ी के मामले में उसकी तलाश थी.
इससे पहले, हिंदू रक्षा दल के प्रमुख पिंकी चौधरी ने सोमवार को एक वीडियो में दावा किया था कि वह मंगलवार को दिल्ली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करेंगे. वीडियो में वह अपने खिलाफ सभी आरोपों से कथित तौर पर इंकार करते दिख रहे हैं. वीडियो में चौधरी यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि मंगलवार दोपहर 12 बजे वह आत्मसमर्पण कर देंगे और जांच में सहयोग करेंगे.
वीडियो में उन्होंने दावा किया, ‘‘मैं अब भी अपनी बात पर कायम हूं. मैं और मेरे संगठन के किसी भी कार्यकर्ता ने जंतर-मंतर पर कुछ भी गलत नहीं किया. मैं अदालत का सम्मान करता हूं. उन्होंने कहा, ‘‘गिरफ्तारी के डर से मैं कभी नहीं भागा. अदालत जाना हर व्यक्ति का अधिकार है और मैंने भी वही किया. मेरे खिलाफ सभी आरोप गलत और बेबुनियाद हैं. मैंने अपनी जिंदगी हिंदुत्व के लिए समर्पित की है. जब तक मेरी सांस है, मैं धर्म के लिए काम करता रहूंगा.''
जंतर-मंतर पर एक प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम विरोधी नारेबाजी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज किया था. दिल्ली पुलिस इस मामले में पहले ही आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से इंकार कर दिया था. इससे पहले इस महीने की शुरुआत में एक सत्र अदालत ने चौधरी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी.
वीडियो: दिल्ली के जंतर मंतर पर भड़काऊ नारेबाजी, बीजेपी नेता समेत कई की गिरफ्तारी