जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के बडगाम में आतंकियों ने 36 साल के सरकारी कर्मचारी राहुल भट की उनके कार्यालय में घुसकर हत्या कर दी थी. राहुल भट के पिता ने अपने बेटे की मौत की जांच की मांग की है. हत्या की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है. इस हत्या को लेकर घाटी में काफी आक्रोश है. राहुल भट बडगाम जिले के चडूरा तहसील कार्यालय में कार्यरत थे. आतंकियों ने गुरुवार को उन्हें गोली मार दी थी, गंभीर रूप से घायल होने के बाद उन्हें एक स्थानीय अस्पताल में शिफ्ट किया गया था. जहां उनकी मौत हो गई.
बिताजी भट ने इसे टारगेट किलिंग बताया और कहा कि न्याय होना चाहिए. एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "दो लोग सरकारी कार्यालय में पिस्तौल लेकर आए और उन्होंने गोली मार दी. पुलिस स्टेशन 20 मीटर दूर था. पांच गोलियां चलाई गई. कम से कम थोड़ी आवाज तो बाहर गई होगी. वहां पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई, इसकी जांच होनी चाहिए."
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राहुल भट की हत्या के बाद शुक्रवार को एक पुलिस कांस्टेबल और पुलवामा के रहने वाले शख्स रियाज अहमद ठोकर की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद घाटी के लोग सदमे में हैं और इसने आक्रोश पैदा कर दिया है.
कश्मीरी पंडित समुदाय ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया और कहा कि केंद्र सरकार ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रही हैं.
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घाटी के कुछ हिस्सों में हत्या के विरोध में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं श्रीनगर, गांदरबल और शोपियां में कैंडल लाइट का सिलसिला जारी है.
भट ने कहा, "भय का माहौल है. कई लोग हिल गए हैं. श्रीनगर से जिसने भी फोन किया उसने डर, गुस्सा और डर की बात कही."
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