जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और एक जवान शहीद हो गया. एनकाउंटर में एक जवान घायल भी हुआ है. राजौरी के कालाकोट के जंगलों में भीषण गोलाबारी चल रही है. आज सुबह सेना का आतंकियों से आमना सामना हुआ. आतंकी भारी हथियारों से लैस हैं.
राजौरी में सेना और पुलिस की आतंकियों से मुठभेड़ चल रही है. सेना की स्पेशल फोर्स और पुलिस ने इस इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर अभियान शुरू किया था. इसके बाद आतंकियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई. एक महीने से सुरक्षा बलों को आतंकियों की मौजूदगी को लेकर इनपुट मिला था. सेना महीने भर से आतंकियों की तलाश में थी. सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी है.
सेना ने एनकाउंटर को लेकर एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी दी है. सेना ने कहा है कि, खास खुफिया जानकारी के आधार पर 19 नवंबर 23 को राजौरी जिले के कालाकोट क्षेत्र के गुलाबगढ़ जंगल में संयुक्त अभियान शुरू किया गया.
सेना ने कहा है कि, आतंकियों से 22 नवंबर को सामना हुआ और भीषण गोलीबारी हुई. भारतीय सेना की उच्चतम परंपराओं में महिलाओं और बच्चों को होने वाली क्षति को रोकने की कोशिश में हमारे बहादुरों ने वीरता के साथ बलिदान दिया. आतंकवादी घायल हो गए हैं और घिरे हुए हैं. ऑपरेशन जारी है. व्हाइट नाइट कॉर्प्स सर्वोच्च बलिदान को सलाम करता है.
बुद्धल तहसील के गुलेर-बेहरोटे इलाके में सुबह सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम द्वारा घेराबंदी करने और तलाशी अभियान (CASO) के दौरान मुठभेड़ शुरू हुई.
जम्मू-कश्मीर में पीर पंजाल के जंगल पिछले कुछ वर्षों में कई मुठभेड़ों के बाद सुरक्षा बलों के लिए एक चुनौती बने हुए हैं. आतंकवादी भौगोलिक स्थिति का फायदा उठाकर छुपने के लिए घने जंगलों का इस्तेमाल करते हैं. आतंकवादी छुपने के लिए दुर्गम पहाड़ों, घने अल्पाइन जंगलों का लाभ उठाते हैं.
पिछले हफ्ते राजौरी जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था.