"आपको खुली छूट है...",श्रीनगर ग्रेनेड हमले पर सुरक्षा एजेंसियों से बोले उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा

श्रीनगर में हुए ग्रेनेड हमले के बाद उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने की थी हाई लेवल बैठक. इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बड़े अधिकारी भी हुए थे शामिल.

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जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने आंतकी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की कही बात
नई दिल्ली:

श्रीनगर आतंकी हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जो आतंकी संगठन सक्रिय है उनके खात्मे के लिए सुरक्षा एजेंसियों को खुली छूट है. उनका यह बयान स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के आला अधिकारियों से बैठक के बाद आया है. मनोज सिन्हा ने कहा कि आपको (सुरक्षा एजेंसियों को)  इन आतंकी संगठनों को कुचलने की पूरी आजादी है. और हमें भरोसा है कि आप इस मिशन को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. आपको बता दें कि श्रीनगर के रविवार बाजार में आज एक बड़ा ग्रेनेड हमला हुआ था. इस हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिनका इलाज फिलहाल पास के अस्पताल में चल रहा है. 

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी की थी उचित कार्रवाई की मांग

श्रीनगर में हुए आतंकी हमले को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी कार्रवाई की मांग की थी. उन्होंने इस हमले के बाद सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट लिखा था. इस पोस्ट में उन्होंने कहा था कि बीते कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में इस तरह की कई आतंकी घटनाएं सामने आई हैं. इस हमले को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आगे लिखा था कि बीते कुछ दिनों से घाटी में आतंकी हमले और सेना के साथ आंतकियों के मुठभेड़ की कई घटनाएं सामने आई हैं. आज श्रीनगर में आतंकियों ने बेकसूर लोगों पर ग्रेनेड हमला किया है. ये बेहद विचलित करने वाला है. निर्दोष लोगों को निशाना बनाने को लेकर किसी तरह का कोई स्पष्टिकरण नहीं दिया जा सकता है. मुझे लगता है कि सुरक्षा एजेंसियों हर वो चीज करनी चाहिए जिससे की इस तरह के हमले आगे ना हों. ताकि घाटी में लोग बगैर किसी डर के रह सकें. 

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फारूक अब्दुल्ला ने भी पहले की जांच की मांग 

घाटी में एक के बाद एक हो रहे आतंकी हमलों को लेकर कुछ दिन पहले सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी अपनी बात रखी थी. उस दौरान उन्होंने कहा था कि मुझे लगता है कि ये हमले स्थानीय सरकार को अस्थिर करने के इरादे से किए जा रहे हैं. मेरा मानना है कि केंद्र सरकार को इन हमलों की स्वतंत्र जांच करनी चाहिए. साथ ही फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकियों को मारने की जगह उन्हें पकड़कर ये पूछताछ करना चाहिए कि आखिर इन हमलों के पीछे कौन हैं?

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