- जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में कक्षा चार की बच्ची की मौत के मामले में पुलिस और शिक्षा विभाग जांच कर रहे हैं.
- मानसरोवर थानाधिकारी लखन खटाना ने कहा कि बच्ची और अन्य बच्चों से अभिभावकों की उपस्थिति में ही पूछताछ की जाएगी.
- बच्ची के माता-पिता सदमे में होने के कारण अभी तक उनसे पूछताछ नहीं हो सकी है, उनसे संपर्क जारी है.
राजस्थान के जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में कक्षा 4 की बच्ची की मौत के मामले में अभी भी इंसाफ का इंतजार है. जहां एक ओर पुलिस और शिक्षा विभाग की टीम मामले में जांच कर रही है. वहीं दूसरी ओर बच्ची के माता पिता इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे हैं.
घटना के सात दिन बाद भी एक सवाल वह है कि आखिर बच्ची ने ऐसा कदम क्यों उठाया? इस मामले में पुलिस जांच कर रही है. एनडीटीवी ने मामले में जांच अधिकारी से खास बातचीत की. बातचीत में मानसरोवर थानाधिकारी लखन खटाना ने बताया कि मामला गंभीर और संवेदनशील है. यह छोटी बालिका से जुड़ा हुआ मामला है. साथ ही, जिनसे अनुसंधान करना है वे भी छोटे बच्चे हैं. इसलिए उनसे अभिभावकों की उपस्थिति में ही तफ्तीश होगी. इसके बाद ही पता लग पाएगा कि बच्ची की मानसिक परिस्थिति कैसी थी. आखिर बच्ची ने ऐसा कदम क्यों उठाया.
इसके अलावा बच्ची के शिक्षकों से बात की जाएगी. स्टेप बाई स्टेप उनसे बात करके, कड़ी से कड़ी जोड़कर इनवेस्टिगेशन को आगे बढ़ाया जाएगा. एक महिला कांस्टेबल को साथ में रखकर पूछताछ की जा रही है.
वहीं, अभी बच्ची के माता-पिता से पूछताछ नहीं हो पाई है, क्योंकि वो सदमे में थे, इसलिए उनके बयान नहीं हो पाए हैं. बच्ची के परिजनों से हम लगातार संपर्क में हैं. साथ ही, जो ऑडियो आपने बताया है उसका भी अनुसंधान करेंगे.
उन्होंने बताया कि अब स्कूल प्रशासन और स्टॉफ जांच में हमें पूरा सहयोग दे रहा है. हां, घटना वाले दिन हमें कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं मिला था. साथ ही, जो खून के धब्बों को मिटाने की बात थी. इसके लिए वहां मौजूद सफाईकर्मी से पूछताछ की गई है. उसने ये स्वाभाविक किया या आपराधिक मन से किया। इसकी जांच भी जारी है. चूंकि, बच्ची का विषय है. बच्चों से ही पूछताछ करनी है इसलिए संवेदनशीलता से यह जांच की जा रही है. मामला गंभीर है इसलिए समय लग रहा है. यदि स्कूल की लापरवाही पाई गई तो एक्शन लिया जाएगा.
इसके अलावा आज बच्ची के घर पर अभिभावकों ने परिजनों से मुलाकात की. हालांकि, बच्ची के माता पिता अभी भी सदमे में हैं. इसलिए वे ज्यादा बात नहीं कर पाए. इसके बाद अभिभावक संघ ने 12 नवंबर को कैंडल मार्च निकालने की योजना बनाई है. संयुक्त अभिभावक संघ के प्रवक्ता अभिषेक जैन ने बताया कि हम इस मामले में कैंडल मार्च निकाल बच्ची को श्रद्धांजलि देंगे. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई से करवाई जानी चाहिए. इस केंडल मार्च के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम सभी सम्मिलित संगठनों द्वारा सामूहिक ज्ञापन 7 दिनों की चेतावनी के साथ दिया जाएगा, अगर ज्ञापन पर संज्ञान नहीं लिया गया तो पूरा परिवार धरने पर बैठ जाएगा.













