कोरोना के साये के बीच पुरी और अहमदाबाद में विश्व प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जा रही है. पुरी में हालांकि कोरोना के चलते यात्रा में किसी श्रद्धालु के शामिल होने की इजाजत नहीं है. भीड़ को रोकने के लिए मंदिर के आसपास धारा 144 लागू है. पुरी में जगन्नाथ मंदिर प्राधिकरण ने भक्तों से दीया जलाने के लिए कहा है, क्योंकि रथ यात्रा के दौरान किसी भी सभा की अनुमति नहीं है. पुरी जगन्नाथ मंदिर के कृष्ण चंद्र खुंटिया, अध्यक्ष खुंटिया नियोग ने एएनआई से बताया कि लोगों से कहा गया है कि वो अपने घरों में दीपक जलाएं. सभी लोग घर बैठे टीवी पर देख सकेंगे रथ यात्रा.
अहमदाबाद में भी रथ यात्रा
वहीं अहमदाबाद की बात करें तो सुबह जगन्नाथ यात्रा शुरू की गई, हालांकि जहां से रथ यात्रा निकली वहां कर्फ्यू लगाया हुआ है. सीएम विजय रूपाणी ने रथ यात्रा के रूट में झाड़ू लगाई. यात्रा का रूट करीब 13 किलोमीटर का है. बता दें कि अमितशाह भी इन दिनों अहमदाबाद में हैं. उन्होंने मंगला आरती में परिवार के साथ हिस्सा लिया और भगवान जगन्नाथ की पूजा की. शाह ने ट्वीट किया कि जगन्नाथ रथयात्रा के शुभ अवसर पर मैं अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में कई वर्षों से मंगला आरती में भाग लेता आ रहा हूं और हर बार यहां एक अलग ऊर्जा की प्राप्ति होती है. आज भी महाप्रभु की आराधना करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. महाप्रभु जगन्नाथ सभी पर सदैव अपनी कृपा व आशीष बनाए रखें.
राष्ट्रपति ने भी दी शुभकामनाएं
बता दें कि राष्ट्रपति ने भी ट्वीट कर कहा कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों विशेष रूप से ओडिशा में सभी श्रद्धालुओं को मेरी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं.मैं कामना करता हूं कि प्रभु जगन्नाथ के आशीर्वाद से सभी देशवासियों का जीवन सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य से परिपूर्ण बना रहे.
सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा था पुरी यात्रा का मामला
ओडिशा में पुरी के अलावा अन्य स्थानों पर जगन्नाथ यात्रा की इजाजत देने से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया था. CJI एनवी रमना ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को उम्मीद है कि भगवान अगले साल यात्रा की इजाजत देंगे, लेकिन फिलहाल ये वक्त इसके लिए नहीं है. कोविड के कारण पुरी तक रथ यात्रा को सीमित करने के ओडिशा सरकार के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. दरअसल, ओडिशा सरकार ने पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा को छोड़कर पूरे ओडिशा के मंदिरों में रथ यात्रा उत्सव को रोकने का आदेश पारित किया है.