अफजल गुरु, सर्जन बरकती और इंजीनियर रशीद...कश्मीर के वोटरों के मन में क्या?

Jammu and Kashmir Assembly Elections 2024: जम्मू कश्मीर चुनाव में रोज नये रंग सामने आ रहे हैं. हालांकि, वोटर कुछ अलग ही सोच रहा है. पढ़िए ये ग्राउंड रिपोर्ट...

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J&K Election 2024: कश्मीर की सियासत देश भर में चर्चा का विषय आजादी के बाद से अब तक बनी हुई है. जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और जाहिर तौर पर राजनीति भी गरम है. चुनाव में एक बार फिर अफजल गुरु की चर्चा है. अफजल गुरु 2001 संसद हमले का दोषी था और उसे फांसी की सजा दी जा चुकी है. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने हाल ही में कहा है कि अफजल गुरु की फांसी में उनकी सरकार का कोई योगदान नहीं था. अगर फांसी देने के बारे में राज्य सरकार को फैसला लेना होता तो यह नहीं होता.

इंजीनियर रशीद भी चर्चा में

इसी तरह सर्जन बरकती और इंजीनियर रशीद की भी चर्चा हो रही है. सर्जन बरकती के ऊपर कई आतंकी केस हैं. यूएपीए के तहत भी मामले हैं. इंजीनियर रशीद के ऊपर भी आतंकी केस हैं. अभी उनकी जमानत नहीं हुई है. पटियाला हाउस ने उनकी जमानत को लेकर फैसला सुरक्षित रखा हुआ है. 11 सितंबर को इस पर फैसला आएगा. 

NC, PDP, BJP में घमासान

नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन में ये चुनाव लड़ रहे हैं और भाजपा के साथ-साथ पीडीपी पर भी आरोप लगा रहे हैं. पीडीपी का कहना है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस सियासी बयानबाजी कर रही है. महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने भाजपा वाले राम माधव (Ram Madhav) पर भी हमला किया है. उन्होंने कहा कि राम माधव कह रहे थे कि आतंकवादी पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए चुनावी प्रचार कर रहे हैं. जिन आतंकवादियों ने सरेंडर कर दिया है, अब उनको आतंकवाद से नहीं जोड़ा जा सकता. उन पर इस तरह की बयानबाजी नहीं होनी चाहिए. चुनाव में गोलमोल तरीके से 370 पर भी बात हो रही है. इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी स्टेटहुड पर भारतीय जनता पार्टी का रुख साफ कर दिया है. 

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वोटरों के मन में क्या?

राजनीतिक दलों की चर्चा के बीच सबसे महत्वपूर्ण होता है वोटर. कश्मीर के वोटर क्या सोच रहे हैं? एनडीटीवी ने बात की तो लोग बोल रहे हैं कि वह पार्टी देखकर नहीं, बल्कि उम्मीदवार देखकर इस बार वोट करेंगे. साफ है कि कश्मीर के लोग इस बार खोखले बयानबाजी के बीच ठोस काम देखेंगे. वह देखेंगे कि कौन उनके साथ खड़ा रहेगा और कौन उनके काम कराएगा?  जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होने वाले हैं. पहले चरण में 24 सीटों पर 18 सितंबर को, दूसरे चरण में 26 सीटों पर 25 सितंबर को, तीसरे चरण में 40 सीटों पर 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी. चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. 

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