अरुणाचल प्रदेश के जीरो में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) बल के जैज़ बैंड का चार दिवसीय उत्सव शुरू हुआ. जैज संगीत के जीरो महोत्सव में जवानों ने शानदार प्रस्तुतियां दीं. ITBP बैंड ने स्थानीय लोगों और संगीत प्रेमियों की मौजूदगी में शानदार प्रदर्शन किया. ITBP जैज बैंड ने कई गीत पेश किए.
'हिमालय के प्रहरी' के रूप में पहचाना जाने वाला आईटीबीपी हिमालयी सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थानीय आबादी के दिल और दिमाग को जीतने के लिए हमेशा कोशिशें करता रहा है. वह नागरिकों की भागीदारी में कई कार्यक्रम और सीमा क्षेत्र के विकास के लिए भी कार्यक्रम चलाता रहा है.
आईटीबीपी के डीजी डॉ सुजॉय लाल थाउसेन ने आईटीबीपी टीम को महोत्सव में शामिल होकर जनता से जुड़ने और आईटीबीपी जैज बैंड के उच्च गुणवत्ता वाले प्रदर्शन के लिए बधाई दी.
ITBP के 13 सदस्यीय जैज़ बैंड ने ज़ीरो फेस्टिवल ऑफ़ म्यूज़िक की शुभारंभ पर सात स्वरचित गीत और एक वाद्य वृंद की प्रस्तुति दी. गीत खास तौर पर इस उत्सव के लिए रचे गए हैं और उनको संगीत बद्ध किया गया है.
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने महोत्सव में आईटीबीपी बैंड के प्रदर्शन की सराहना की. सीएम ने ट्वीट किया- “आज से शुरू हुए जीरो फेस्टिवल ऑफ म्यूजिक में हिमवीर आईटीबीपी जैज बैंड द्वारा अच्छा प्रदर्शन. यह उत्सव 10 साल पहले शुरू हुआ था और अब स्वतंत्र रॉक प्रेमियों और दुनिया भर के प्रतिभागियों को देखने के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है. आओ उत्सव का हिस्सा बनें. ”
ITBP भारत-चीन सीमाओं के 3,488 किलोमीटर की सुरक्षा कर रहा है जिसमें अरुणाचल प्रदेश की सीमाएं भी शामिल हैं. बल को 2004 से राज्य में सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात किया गया है.