कोरोना काल में दो सालों बाद इस बार चारधाम की यात्रा को अनुमति दी गई है. ऐसे में हजारों की संख्या में श्रद्धालु रोजाना दर्शन को पहुंच रहे हैं. इधर, तीर्थयात्रियों के अभूतपूर्व आगमन के कारण केदारनाथ मंदिर में सुरक्षा और दर्शन को सुव्यवस्थित करने के लिए आईटीबीपी की तैनाती की गई है. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) केदारनाथ मंदिर और केदारनाथ घाटी में तीर्थयात्रियों के दर्शन और उनके आवागमन को नियंत्रित कर रही है.
20 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर रहे रोजाना
मंदिर में रोजाना 20 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं. साथ ही सोनप्रयाग, ऊखीमठ और केदारनाथ जैसे स्थानों पर केदारनाथ घाटी में आने-जाने वाले तीर्थयात्रियों की भीड़ लग रही है. ऐसे में इन स्थानों पर आईटीबीपी की टीमें यात्रियों की आवाजाही पर कड़ी नजर रखे हुए है.
मेडिकल टीमें की गई हैं तैनात
बता दें कि बीते छह मई को मंदिर के कपाट खोले गए थे. एक सप्ताह के अंदर अमूमन एक लाख 30 हजार से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में ITBP ने इलाके में अपनी आपदा प्रबंधन टीमों को भी अलर्ट कर दिया है. जगह-जगह ऑक्सीजन सिलेंडर और चिकित्सा उपकरणों के साथ मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं. राज्य प्रशासन की मदद से मेडिकल इमरजेंसी और जरूरत पड़ने पर बीमार लोगों को निकालने का अभ्यास किया जा रहा है.
उधर, बद्रीनाथ मंदिर में भी ITBP की टीमें मंदिर और नागरिक प्रशासन को दर्शन के सुचारू संचालन और तीर्थयात्रियों के मंदिर परिसर में आवागमन आदि के प्रबंधन में मदद कर रही हैं. गौरतलब है कि इस साल चार धाम यात्रा के शुरुआती दिनों में तीर्थयात्रियों की अभूतपूर्व संख्या देखी जा रही है क्योंकि कोविड प्रतिबंध हटाने के बाद इसे दो साल बाद पूर्व की तरह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है.
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