दिल्ली पुलिस ने स्पेशल ऑपरेशन के दौरान कुख्यात आतंकी रिजवान को गिरफ्तार किया है. रिजवान राष्ट्रीय जांच एजेंसी के रडार पर था. साथ ही आंतकी पर 3 लाख रुपये का नकद इनाम था.
दिल्ली के दरियागंज के रहने वाले रिजवान के सिर पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस के मुताबिक अली आईएसआईएस के पुणे मॉड्यूल का हिस्सा था और फरार था स्वतंत्रता दिवस से पहले राजधानी में उसकी मौजूदगी की जांच की जा रही है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कहा, "ISIS मॉड्यूल के आतंकवादी की पहचान रिजवान अली के रूप में हुई है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. रिजवान दिल्ली के दरियागंज का रहने वाला है. एनआईए ने आतंकी संबंधों वाले अन्य फरार वांछितों के साथ रिजवान अली की तस्वीर भी जारी की थी.
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी और अल कायदा और खालिस्तान से जुड़े विभिन्न आतंकवादियों के पोस्टर लगाए. पुलिस ने पूरे शहर में पोस्टर लगाए हैं और लोगों को आतंकवादियों को पकड़ने में मदद करने के लिए प्रोत्साहित भी किया है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि आतंकवादियों के बारे में कोई भी जानकारी देने वालों को 'उचित' इनाम दिया जाएगा. पुलिस ने कहा कि सुरक्षा उपाय लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने और पुलिस को आतंकवादियों पर नज़र रखने में मदद करने के लिए उठाए गए हैं.
8 अगस्त को खुफिया जानाकरी मिली थी कि NIA का वांटेड टेररिस्ट रिजवान जोकि दरियागंज का रहने वाला है बायोडायवर्सिटी पार्क, गंगा बक्श मार्ग रात 11 बजे आने वाला है. स्पेशल सेल ने ट्रैप लगाया और रिजवान को गिरफ्तार कर लिया.
रिजवान के पास से .30 बोर की एक स्टार पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. इसके पास से 2 मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं, जिनका डेटा खंगाला जा रहा है. रिजवान अली पर NIA ने UAPA के तहत मुकदमा दर्ज कर उस पर 3 लाख का इनाम घोषित किया हुआ था.