समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने AIMIM नेता असदुद्दीन औवेसी पर निशाना साधा है. NDTV से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, 'ओवैसी साहब बोलते कुछ और हैं करते कुछ और हैं.हम अखिलेश यादव के साथ हैं. ओवैसी साहब हराने का काम न करें.' अब्दुल्ला आजम ने कहा, ' हम पर भैंस चोरी, बक़री चोरी, मुर्गी चोरी, क़िताब चोरी के भी मुक़दमे है. मैं इस बारे में ज्यादा नहीं बोलूंगा क्योंकि मामला कोर्ट में है. हमारे परिवार के लिए दो साल से जेल में रहा.मेरी मां 10 महीने जेल में रहीं जबकि मेरे पिता दो साल से जेल में हैं. मेरे ऊपर फ़र्ज़ी क़ाग़ज लगाने का आरोप है मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है. मैं सर्वोच्च न्यायालय से इंसाफ़ की उम्मीद करता हूं.' एक अन्य सवाल पर अब्दुल्ला ने कहा, 'बड़े बड़े लोग, लेखक, मीडिया के लोग जिनकी कलम और जुबान आज भी चलती है, उनके साथ क्या हो रहा आप जानते हैं. क्यों कहलवा रहे मुझसे. क्या दोबारा जेल भेजेंगे.'
अब्दुल्ला ने कहा, 'मुकदमों की सच्चाई क्या है, जो लोग हमें जानते हैं वे इससे वाकिफ है. उन्होंने कहा कि, 'सिंगल प्वाइंट एजेंडा था कि एक परिवार को बर्बाद करना है. उसके साथ जितना अन्याय मुमकिन हो, उतना अन्याय करना है. और अगर किसी को अन्याय करना है तो उसे कौन रोक सकता है और सरकार तो सरकार है क्या कर लेगा कोई. सारे मुकदमे दर्ज नहीं हुए, पुलिस ने चार्जशीट लगाई हैं. आप खुद भी जानते हैं इन मुकदमों की सच्चाई. मैं क्या कहूं इस पर. अदालत ने इंसाफ दिया और जमानत हुई और आगे भी इसी बात की उम्मीद है कि अदालतें इंसाफ देंगी. '
अब्दुल्ला ने कहा, 'मेरे पिता को कोविड हुआ लेकिन 9 दिन बाद उन्हें अस्पताल भेजा गया. मेरे पिता मरते मरते बचे. मेरे पिता नौ बार विधायक और दो बार सांसद रहे लेकिन उन्हें C क्लॉस जेल में रखा जा रहा है. वे 8 बाय 8 की कोठरी में बंद हैं.' उन्होंने कहा, 'सारे मुक़दमे झूठे हैं, हमारे साथ बहुत ग़लत सुलूक किया गया है.' फर्जी दस्तावेज से उम्र अधिक दिखाने के मामले में आपकी एलएलए शिप गई, इस बारे में पूछे गए सवाल पर अब्दुल्ला ने कहा, 'मामला माननीय सर्वोच्च न्यायालय में चल रहा है. उम्मीद जता सकता हूं और पूरा भरोसा है इस बात का कि सर्वोच्च न्यायालय मेरे साथ इंसाफ करेगा लेकिन आपके माध्यम से भरोसे से कह सकता हूं कि न तो मेरी जन्मतिथि गलत थी और न मेरा डॉक्यूमेंट फर्जी हैं. चूंकि मामला सबज्यूडिश है इसलिए इस बारे में ज्यादा कुछ कहना सही नहीं होगा.'
उन्होंने कहा,'मैंने तो एडमिट किया कि मुझसे गलती हुई और वह गलती बहुत पहले हुई और उसमें करेक्शन हो गयाा उसके सारे रिकार्ड्स मौजूद हैं. माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने इलेक्शन कराने पर स्टे दिया. अब्दुल्ला 23 महीने जेल में रहे, आपके पिता आजम खान अभी भी जेल में हैं और मां भी 10 माह जेल में रहीं, ये दिन कितने मुश्किल रहे.इस सवाल पर उन्होंने कहा, 'आपको यूपी के हालात मालूम होंगे. जेलों का माहौल भी मालूम होगा यूपी की जेलों की हाल यह है कि जिसको हथियार पहुंचने हैं, पहुंच रहे हैं. कई रात ऐसी गुजरीं कि लगा कि शायद अब कल का सूरज नसीब में नहीं है. 'उन्होंने कहा कि एक आम बंदी को मिलने वाली सुविधाएं हमसे कहीं ज्यादा होंगी. रामपुर के लिए मैं बाहर आया हूं. चुनाव लड़ने के बारे में कहा- जैसा पार्टी का फैसला होगा, उसका पालन करूंगा. समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार बिल्कुल करूंगा. अब्दुल्ला ने कहा, 'मेरे जो रिश्ते अखिलेश जी से हैं, उनके परिवार से हैं, उस पार्टी से हैं, अगर टिकट की ही बात होती तो क्या ऐसा नहीं कि टिकट 2022 में, मैं कहता तो मुझे नहीं मिलता. आज भी आपने देखा होगा पार्टी का कार्यक्रम में थे, उन्होंने छोटे भाई की हैसियत से मुझे रखा.' यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि पार्टी जहां से निर्देश देगी, वहां से चुनाव लड़ेंगे.