नासिक सीट पर शिवसेना बनाम शिवसेना के बीच दिलचस्प जंग, जानें शिंदे और उद्धव खेमे में किसका पलड़ा भारी

नासिक सीट पर शिंदे खेमे के हेमंत गोडसे की टक्कर उद्धव ठाकरे वाली शिव सेना के राजाभाऊ वाजे से हैं. वाज़े ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान विदगांव मे शक्ति प्रदर्शन किया, हेमंत गोडसे इसी गांव के रहने वाले हैं.

Advertisement
Read Time: 3 mins
नासिक सीट की चुनावी जंग हुईं रोचक

उत्तरी महाराष्ट्र की नासिक लोकसभा सीट पर दो शिवसेनाओं के बीच मुकाबला हो रहा है. यहां महायुती से दो बार सांसद रहे शिवसेना के हेमंत गोडसे को टिकट मिला है, लेकिन उनको टिकट दिए जाने से पहले महायुति में शिवसेना और NCP के बीच खूब खींचतान हुई. नासिक लोकसभा सीट को लेकर सीटों के बंटवारे की चर्चा के दौरान महायुति गठबंधन में खूब सिर फुटव्वल हुई. वैसे तो लगातार दो बार से यहां शिव सेना का सांसद चुना गया है लेकिन इस बार एनसीपी ने अपना दावा ठोंक दिया था. कई दिनों तक चले गतिरोध के बाद नामांकन फॉर्म भरने के कुछ वक्त पहले ही तय हुआ कि इस बार भी ये सीट शिव सेना को मिलेगी.

Advertisement

एनसीपी की उम्मीदों पर कैसे फिरा पानी

एनसीपी यहां से अपने नेता छगन भुजबल को लोकसभा टिकट देना चाहती थी. इस इलाके में ओबीसी वोटरों की बहुतायत है और एनसीपी का आंकलन था कि भुजबल को उतारे जाने से इनके जीत की गुंजाइश ज्यादा थी. भुजबल भी राष्ट्रीय स्तर पर बतौर ओबीसी नेता अपनी पहचान बनाने के लिये लोकसभा जाना चाहते थे. छगन भुजबल के भतीजे समीर भुजबल 2009 में यहां से सांसद चुने जा चुके हैं. मगर शिव सेना की ओर से हेमंत गोडसे को टिकट दे दिये जाने से एनसीपी की उम्मीदों पर पानी फिर गया.

शिंदे खेमे की ओर से हेमंत गोडसे को टिकट मिला

गोडसे 2014 और 2019 में शिव सेना के टिकट पर यहां से चुनाव लड चुके हैं. गोडसे को यकीन है कि इस बार वे जीत का हैट्रिक बनाने वाले हैं. ये नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमन्त्री बनाने और बतौर सांसद अपने काम का हवाला देकर वोट मांग रहे हैं.

Advertisement

इस सीट पर शिवसेना बनाम शिवसेना की लड़ाई

हेमंत गोडसे की टक्कर हो रही है दूसरी शिव सेना के उम्मीदवार यानी कि उद्धव ठाकरे वाली शिव सेना के राजाभाऊ वाजे से. वाज़े ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान उसे विदगांव मे शक्ति प्रदर्शन किया, जहां के हेमंत गोडसे रहने वाले हैं. जहां से उन्होंने बतौर पार्षद अपने राजनीतिक करियर की शुरुवात की. वाजे एक पूर्व विधायक हैं और इनकी पहचान एक किसान नेता की रही है.  इनके संसदीय क्षेत्र में ग्रामीण और शहरी दोनों इलाके आते हैं. स्थानीय मुद्दों के आधार पर वाज़े जनता के बीच वोट मांग रहे हैं.

Advertisement

चाहे एकनाथ शिंदे वाली शिव सेना हो या फिर उद्धव ठाकरे वाली शिव सेना, दोनों ही अपने आप को हिंदुत्ववादी पार्टी बतातीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में महायुति की चुनावी मुहीम की शुरुआत नासिक के कालाराम मंदिर से की थी. अपनी चुनावी मुहिम के दौरान सभी उम्मीदवार दावा कर रहे हैं कि जीत जाने के बाद वे किसानों को उनकी समस्याओं से निजात दिलाएंगे.

Advertisement

महाराष्ट्र में 13 जगहों पर शिवसेना बनाम शिवसेना का मुकाबला

महाराष्ट्र में 13 सीट ऐसी है, जहां पर दोनों शिवसेनाओं के बीच मुकाबला हो रहा है. नासिक सीट भी उनमें से एक है. दोनों शिवसेनाएं अपने आप को असली शिवसेना बता रही हैं लेकिन असली शिवसेना कौनसी है, यह जनता तय करेगी और इसका पता चलेगा 4 जून को जब चुनाव नतीजे आएंगे.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Delhi Water Logging | NEET Paper Leak | सड़क से संसद तक ऐसी तस्वीरें सामने आईं | PM Modi | OM Birla