हिमाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका देते हुए विपक्षी दल कांग्रेस ने मंडी लोकसभा सीट और तीनों विधानसभा सीटों फतेहपुर, अर्की और जुबल-कोटखाई पर जीत हासिल कर ली है. इस पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे का अच्छे से इस्तेमाल किया और इसने हमें हरा दिया. न्यूज एजेंसी एएनआई ने सीएम के हवाले से लिखा है, 'कांग्रेस ने महंगाई का हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया. इस बार उपचुनाव का यही मुद्दा था. लेकिन महंगाई वैश्विक मुद्दा है, केवल यही नहीं हैं. इसकी वजह से ही हमारी हार हुई है.'
जुबल-कोटखाई सीट पर भाजपा प्रत्याशी नीलम सेराइक अपनी जमानत भी नहीं बचा सकीं, उन्हें महज 2,644 वोट मिले. सेराइक को पार्टी के बागी के हाथों हार झेलनी पड़ी, जिनके पिता पहले इस सीट से विधायक हुआ करते थे. कांग्रेस ने अपनी फतेहपुर और अर्की सीटें बरकरार रखी हैं. वहीं, कभी भाजपा के हिस्से में रही मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और करगिल युद्ध के अनुभवी सैनिक भाजपा प्रत्याशी कौशल ठाकुर को 7,490 वोटों के अंतर से हरा दिया.
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मंडी मुख्यमंत्री ठाकुर का गृह जिला है. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस हार पर पार्टी आत्मावलोकन करेगी.
फतेहपुर से भवानी सिंह पठानिया, अर्की से संजय और जुबल-कोटखाई से रोहित ठाकुर ने जीत दर्ज की है.
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राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौड़ ने भाजपा की हार के बाद नैतिक आधार पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस्तीफा मांगा है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस ने ‘सेमीफाइनल' जीत लिया है और अगले साल दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी जीत दर्ज करेगी.
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