मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश हो चुका है. इस पर तमाम लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कोई इसे फायदे का सौदा बता रहा है तो कोई सवाल भी उठा रहा है. चलिए जानते हैं इंडस्ट्री के एक्सपर्ट से कि वो बजट को लेकर क्या सोचते हैं. इस पर केंट RO वाटर सिस्टम लिमिटेड के सीएमडी महेश गुप्ता ने कहा कि ये बजट कंजप्शन क्रिएट करेगा, जिससे लोगों के हाथों में पैसा आएगा. इसके साथ ही इंडस्ट्री के लिए बहुत सारे प्रावधान इसमें किए गए हैं. कुल मिलाकर ये अच्छा बजट है. इंडस्ट्री भी इसे वेलकम कर रही है, हां शेयर मार्केट थोड़ा निगेटिव जरूर हुआ, लेकिन वह भी पोजिटिव की तरफ जा रहा है. कह सकते हैं कि आने वाले समय वो भी इसे पोजिटिव तरीके से ही लेगा.
MSME में मुद्रा लोन की सीमा बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी गई है. MSME इंडस्ट्री की बैक बोन हैं, वहीं से सबसे ज्यादा रोजगार सृजन करते हैं. सरकार ने बजट में एमएसएमई को बूस्ट दिया है. उद्यमी लोन से अपनी इंडस्ट्री को बढ़ा सकेगा. इससे युवाओं के साथ-साथ इंडस्ट्रियों को भी फायदा होगा.
वैसे, आरएनडी का सारा काम एमएसएमई इंडस्ट्री से ही होता है. जब वहां चलता है तो बड़ी इंडस्ट्रियां उस पर काम करती हैं. इसे फायदा होने से कहीं न कहीं इंडस्ट्रियों को भी फायदा होगा. युवाओं की बड़ी कंपनियों में इंटर्नशिप और रोजगार इंटेंसिव से भी बहुत फायदा होने वाला है. विदेशी कंपनियों के लिए कॉरपेट टैक्स 35 से 40 प्रतिशत किया गया है. बड़ी कंपनियों में एफडीआई आने की उम्मीदें इससे और बढ़ गई हैं. छोटे व्यापारियों से लेकर बड़ी इंडस्ट्री और एग्रीकल्चर तक सरकार ने हरेक के लिए कुछ ना कुछ इस बजट दिया है.
इसके अलावा रियल स्टेट को पीएम आवास योजना के तहत 10 लाख करोड़ का प्रावधान... यानी गांव की तरफ विकास और बढ़ेगा और इंडस्ट्रियां भी वहां बढेंगी, क्योंकि जहां डिमांड बढ़ती है वहां नई इंडस्ट्री भी आती है. इसके अलावा उच्च शिक्षा के लिए लोन की व्यवस्था भी सरकार ने इस बजट में की है. गरीब का बच्चा पढ़ेगा, इंटर्नशिप करेगा तो उसमें स्किल आएगा, इससे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा. स्किल्ड लोग निकलेंगे जो इनडायरेक्ट फायदा ही तो करेंगे इंडस्ट्री का.
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