इंद्राणी मुखर्जी से पूछा गया-क्‍या उन्‍हें लगता है बेटी जिंदा है, मिला यह जवाब...

इंद्राणी ने कहा, "मैं फिलहाल केस के बारे में बात नहीं कर सकती. यह मामला विचाराधीन है...मुझे लगता है कि मैंने अब जीवन को एक अलग नजर से देखा है. मैं सभी क्षेत्रों के लोगों से मिली हूं. यह एक यात्रा रहीं. मैंने धैर्य रखना भी सीखा है."

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सुप्रीम कोर्ट ने इंद्राणी मुखर्जी को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है

मुंबई:

बेटी शीना बोरा ( Sheena Bora)की कथित हत्या के मामले में गिरफ्तारी के छह साल से अधिक समय के बाद पूर्व मीडिया कार्यकारी अधिकारी इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) शुक्रवार शाम को भायखाला महिला जेल से बाहर निकली. मीडिया के समक्ष उन्‍होंने केस के बारे में बात करने से इनकार कर दिया. इंद्राणी का दावा है कि उनकी बेटी (शीना) अभी भी जिंदा है. यह भी कहा कि उन्‍होंने, उन लोगों को माफ कर दिया है जिन्‍होंने उसे चोट पहुंचाई. इंद्राणी ने कहा, "मैं फिलहाल केस के बारे में बात नहीं कर सकती. यह मामला विचाराधीन है...मुझे लगता है कि मैंने अब जीवन को एक अलग नजर से देखा है. मैं सभी क्षेत्रों के लोगों से मिली हूं. यह एक यात्रा रहीं. मैंने धैर्य रखना भी सीखा है."

50 वर्षीय इंद्राणी ने प्रतीक्षारत संवाददाताओं से  मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘मैं खुश हूं.'' उन्‍होंने कहा, "मैंने जेल में बहुत कुछ सीखा. अब घर जा रही हूं. कोई योजना नहीं है, केवल घर जाना चाहती हूं. " यह पूछने पर कि अपनी 'कैद' के लिए किसी को दोषी मानती है, उन्‍होंने कहा, "मैंने उन सभी लोगों को माफ कर दिया है जिन्‍होंने मुझे चोट पहुंचाई. इंद्राणी शाम करीब 5: 30 बजे जेल से बाहर निकली, उनके बाल गहरे काले रंग में रंगे थे. उन्होंने अपने वकील सना रईस शेख को गले लगाया, मुस्कुराई और वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों की ओर हाथ हिलाया.  उसके बाद वह वकील की कीमती कार में बैठी और वर्ली स्थित अपने फ्लैट चली गईं.इंद्राणी ने कहा, "न्‍यायपालिका में मेरा विश्‍वास बहाल हो गया है. सभी को देश के कानून का सम्‍मान करना चाहिए. देर हो सकती है लेकिन न्‍याय मिलता है." उन्‍होंने कहा, "मैं बहुत खुश हूं. बहुत स्‍वतंत्र महसूस कर रही हूं."

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इंद्राणी मुखर्जी को इस मामले में बुधवार को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था.जांचकर्ताओं की मानें तो शीना बोरा (24) की हत्या अप्रैल 2012 में की गई थी, लेकिन इस अपराध का खुलासा तीन साल बाद 21 अगस्त, 2015 को इंद्राणी के पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय की गिरफ्तारी से हुआ था.राय को अवैध रूप से हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ के दौरान राय ने पुलिस को बताया कि वह अप्रैल 2012 में हुई एक हत्या के बारे में जानता था. राय ने दावा किया कि मीडिया कारोबारी पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी ने अपने पूर्व पति संजीव खन्ना की मदद से कार में अपनी बेटी शीना का गला घोंट दिया था. राय की गिरफ्तारी के चार दिन बाद पुलिस ने इंद्राणी को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने उनके पूर्व पति खन्ना को भी गिरफ्तार कर लिया. इंद्राणी ने कहा कि उन्हें मामले में झूठा फंसाया जा रहा है. मुंबई पुलिस ने दावा किया था कि इंद्राणी के पहले रिश्ते से जन्मी बेटी शीना बोरा को उसने और खन्ना ने एक कार में मार दिया था, जिसे ड्राइवर श्यामवर राय चला रहा था और शव को अगले दिन पड़ोसी रायगढ़ जिले के एक जंगल में दफना दिया गया था.  निचली अदालत ने बृहस्पतिवार को इंद्राणी को दो लाख रुपये का अस्थायी नकद बॉण्ड भरने को कहा था. (भाषा से भी इनपुट)

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