"इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी ने भी तो..." : विपक्ष के सरनेम के आरोपों पर बोले प्रद्योत किशोर देबबर्मन

प्रद्योत किशोर देबबर्मन की बड़ी बहन कृति सिंह सत्तारूढ़ बीजेपी और टिपरा मोथा गठबंधन से पूर्वी त्रिपुरा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार हैं.

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देबबर्मन की बड़ी बहन कृति सिंह बीजेपी और टिपरा मोथा गठबंधन से पूर्वी त्रिपुरा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार हैं.
नई दिल्ली:

टिपरा मोथा पार्टी के संस्थापक और त्रिपुरा के शाही वंशज, प्रद्योत किशोर देबबर्मन (Pradyot Kishore Debbarman) ने अपनी बहन के सरनेम को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों का बुधवार को जवाब दिया है और कहा है कि शादी के बाद अपने पति का सरनेम लेना भारतीय पंरपरा है.

कांग्रेस (Congress) द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए देबबर्मन ने कहा, "हम भारत से हैं. यहां लड़कियां शादी के बाद अपने पति का सरनेम लेती हैं. इंदिरा गांधी, गांधी सरनेम के साथ पैदा नहीं हुई थीं. उन्होंने फिरोज गांधी से शादी के बाद भारतीय परंपराओं के मुताबिक उनका सरनाम लिया था. इसी तरह सोनिया गांधी ने भी किया था. प्रियंका गांधी भी अपने पति वाड्रा का सरनेम लगाती हैं. मेरी बहन का जन्म इस परिवार में हुआ है और इस वजह से उनका सरनेभी यही है लेकिन जब उनकी शादी होगी तो वह अपने पति का सरनेम लगाएंगी."

देबबर्मन ने यह भी कहा कि वह वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का बहुत सम्मान करते हैं और उन्होंने कभी भी राहुल गांधी या अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ कुछ नहीं कहा है. साथ ही उन्होंने मतदान के दिन मतदाताओं से वोट डालने का भी अनुरोध किया है. इसके लिए उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में गर्मी के हालात को देखते हुए इलेक्शन कमीशन को वोटर्स के लिए जरूरी इंतजाम करने चाहिए. देबबर्मन ने कहा, "वोर्ट्स के लिए शेड और पानी की व्यवस्था की जानी चाहिए क्योंकि त्रिपुरा में इस वक्त काफी गर्मी है."

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देबबर्मन की बड़ी बहन कृति सिंह सत्तारूढ़ बीजेपी और टिपरा मोथा गठबंधन से पूर्वी त्रिपुरा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार हैं. उनका जन्म शिलांग में हुआ और उन्होंने 10वीं तक पढ़ाई की है. उन्होंने छत्तीसगढ़ के राजकोट शाही परिवार के योगेश्वर राज सिंह से विवाह किया है. 

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भारत के निर्वाचन आयोग के रिकॉर्ड के मुताबिक उनकी पहचान कृति देवी सिंह के रूप में की गई, जिन्होंने कवर्धा निर्वाचन क्षेत्र से 2018 छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ा था. लेकिन बीजेपी ने उनकी पहचान कृति सिंह देबबर्मन के तौर पर की है. 

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यहां आपको बता दें कि पूर्वी त्रिपुरा के लिए चुनाव अभियान बुधवार को समाप्त हो गए हैं. यहां 26 अप्रैल को चुनाव होगा. पहले चरण के चुनाव 19 अप्रैल को हुए थे और बचे हुए 6 चरण के चुनाव 1 जून तक खत्म होंगे. वहीं मतों की गणना 4 जून को होगी.

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