- बीजेपी ने इमरजेंसी की 50वीं वर्षगांठ पर इंदिरा गांधी की तुलना हिटलर से की.
- कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ बेंगलुरु में प्राथमिकी और विरोध प्रदर्शन किया
- प्रदर्शनकारियों ने इंदिरा गांधी की छवि के अपमान का आरोप बीजेपी पर लगाया है.
- कांग्रेस नेता एस मनोहर ने बीजेपी के कृत्य की निंदा की और कार्रवाई की मांग की
बीजेपी और उसके नेतृत्व वाली सरकारों ने इमरजेंसी लगाए जाने के 50 साल पूरे होने पर 'संविधान हत्या दिवस' मनाया था. इस दौरान बीजेपी कर्नाटक ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के खिलाफ एक पोस्ट किया था. जिसमें इंदिरा गांधी की एडॉल्फ हिटलर से तुलना की गई थी. इस विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर अब एफआईआर दर्ज की गई है. कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने गुरुवार को बीजेपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज कराई. बेंगलुरु में बीजेपी कर्नाटक आईटी सेल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई. यह प्राथमिकी भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) अधिनियम की धारा 192 और 353 के तहत दर्ज की गई है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल बीजेपी ने पोस्ट में लिखा था "इंदिरा का मतलब भारत नहीं है, इंदिरा = हिटलर". इस पोस्ट के साथ एक 38 सेकंड का एक वीडियो भी शेयर किया गया था. हालांकि विवाद होने पर अब इस पोस्ट को हटा दिया गया है. कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि यह पोस्ट सामाजिक अशांति को भड़का सकती है. प्रदर्शनकारियों ने आपातकाल की आलोचना के बहाने इंदिरा गांधी की छवि का दुरुपयोग करके उनका अपमान करने के लिए कर्नाटक बीजेपी सोशल मीडिया टीम के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की. उन्होंने जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की.
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के महासचिव एस मनोहर ने किया. मनोहर ने कहा, "बीजेपी नेता आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ मना सकते हैं और इसका विरोध करने का अधिकार रखते हैं. लेकिन ऐसे किसी का अपमान नहीं कर सकती है. इंदिरा गांधी एक ऐसी नेता थीं, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया. भारत को पाकिस्तान के खिलाफ जीत दिलाई और देश को सम्मान दिलाया. उनकी तुलना हिटलर से करना न केवल अस्वीकार्य है, बल्कि इस देश की हर महिला का अपमान भी है."