- तीन दिन बाद इंडिगो के एटीआर विमान के कॉकपिट विंडशील्ड में क्रैक आने की घटना चेन्नई आने वाली फ्लाइट में हुई.
- तूतीकोरिन से चेन्नई जा रही फ्लाइट में लगभग पंद्रह हजार फीट की ऊंचाई पर विंडशील्ड में दरार पायलट को दिखाई दी.
- पायलट ने संभावित खतरे को देखते हुए तुरंत एटीसी को इमरजेंसी लैंडिंग की सूचना दी और फ्लाइट सुरक्षित लैंड हुई.
सोमवार को एक बार फिर इंडिगो के एटीआर एयरक्राफ्ट के कॉकपिट विंडशील्ड में क्रैक आने की घटना सामने आई है. जिस फ्लाइट में यह घटना हुई है, वह चेन्नई जा रहा था और उस पर 67 यात्री सवार थे. तीन दिनों के अंदर चेन्नई आने वाले किसी एयरक्राफ्ट के साथ यह दूसरी घटना है. फ्लाइट तूतीकोरिन से दोपहर 2 बजकर चार मिनट से चेन्नई के लिए रवाना हुई.
15 हजार फीट पर था प्लेन
करीब 15,000 फीट की ऊंचाई पर जिस समय फ्लाइट आगे बढ़ रही थी, तभी पायलट की नजर विंडशील्ड पर गई जिस पर उन्हें मामूल क्रैक नजर आया. संभावित खतरे को भांपते हुए, पायलट ने तुरंत चेन्नई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को इनफॉर्म किया और इमरजेंसी लैंडिंग की मंजूरी मांगी. एटीसी ने तुरंत इसकी इजाजत दी और पायलट ने फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग की. विमान दोपहर 3.27 बजे उतरा, जो उसके निर्धारित आगमन समय 3.35 बजे से लगभग आठ मिनट पहले था.
सभी यात्री सुरक्षित
लैंडिंग के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. इसके बाद एयरक्राफ्ट को एयरलाइन इंजीनियर्स की तरफ से इंस्पेक्शन के लिए मेंटेनेंस बे में ले जाया गया. आपको बता दें कि तीन दिन पहले ही इसी तरह की एक और घटना हुई थी. तब मदुरै से चेन्नई जा रही इंडिगो की एक उड़ान, जिसमें 79 लोग सवार थे, को इमरजेंसी लैंडिंग की इजाजत लेनी पड़ी थी. उस समय भी पायलट ने मिड एयर विंडशील्ड में इसी तरह के क्रैक देखे थे.
एयरपोर्ट अधिकारी और इंजीनियर इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या ऊंचाई पर दबाव में अंतर या कहीं मैन्युफैक्चरिंग में फॉल्ट्स की वजह से तो विंडशील्ड में बार-बार दरारें नहीं आ रहीं. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने भी दोनों घटनाओं की आधिकारिक जांच के आदेश दिए हैं.