ये तो जरूर होगा... इंडिगो पर होने वाली कार्रवाई को लेकर बोले नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू

केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि पायलटों और केबिन क्रू को पर्याप्त आराम सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए नए एफडीटीएल मानदंड 1 नवंबर को लागू हो गए थे. और मंत्रालय और नियामक लगातार एयरलाइंस के संपर्क में थे.

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  • केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो की परिचालन समस्या का समाधान जल्द होने का दावा किया है
  • नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन मानदंड लागू होने के बाद भी अन्य एयरलाइनों को कोई समस्या नहीं हुई है
  • दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे मेट्रो हवाई अड्डों पर यात्रियों का बैकलॉग लगभग समाप्त हो चुका है
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नई दिल्ली:

इंडिगो के परिचालन में आ रही दिक्कत को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि इस समस्या का समाधान जल्द ही होने वाला है. हम इस पूरे मामले को देख रहे हैं. शुक्रवार को एनडीटीवी के साथ एक खास बातचीत में कहा कि नवंबर में नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (एफडीटीएल) मानदंड लागू होने के बावजूद अन्य सभी एयरलाइनों को कोई समस्या नहीं हुई है. इससे यह स्पष्ट हो गया कि 'गलती' इंडिगो की है. यह पूछे जाने पर कि यात्री कब उम्मीद कर सकते हैं कि चीजें बेहतर होंगी, नायडू ने कहा कि मैं कह सकता हूं कि यह सुलझने की कगार पर है. सबसे बड़ी भीड़ मेट्रो हवाई अड्डों पर हुई है और हम सभी मेट्रो हवाई अड्डों को देख रहे हैं, उनमें से अधिकांश - दिल्ली, मुंबई, चेन्नई - पिछले दो दिनों से यात्रियों के सभी बैकलॉग को अभी हटा दिया गया है. अन्य भी आज रात तक समाप्त हो जाएंगे. और इंडिगो कल से फिर से सीमित क्षमता के साथ परिचालन शुरू करने जा रहा है. 

उन्होंने आश्वासन दिया कि जैसे-जैसे परिचालन व्यवस्थित होगा, वे क्षमता बढ़ाने जा रहे हैं. लेकिन यात्रियों को किसी समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए आप कल से ऐसा होता देखेंगे. और इंडिगो परिचालन की पूरी क्षमता वापस आने में शायद कुछ और दिन लगेंगे. यह पूछे जाने पर कि मंत्रालय और विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस तरह की स्थिति को पहले से कैसे नहीं भांप लिया, नायडू ने जोर देकर कहा कि ऐसा नहीं है. 

नायडू ने कहा कि पायलटों और केबिन क्रू को पर्याप्त आराम सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए नए एफडीटीएल मानदंड 1 नवंबर को लागू हो गए थे. और मंत्रालय और नियामक लगातार एयरलाइंस के संपर्क में थे. ईएएसए (यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी) ने पिछले सप्ताह एयरबस ए320 के लिए अपडेट अनिवार्य कर दिया था और इसे बिना किसी व्यवधान के कम समय में 323 विमानों के लिए पूरा किया गया.

हम पूरी तरह से निगरानी कर रहे हैं, हम एयरलाइंस के साथ बातचीत कर रहे हैं. हमने आज इस (इंडिगो व्यवधान) की जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया है, गलती करने वाले लोगों को ढूंढेंगे और हम उनके खिलाफ कार्रवाई करने जा रहे हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि एफडीटीएल दिशानिर्देश प्रमुख कारण थे, लेकिन अन्य एयरलाइंस को भी (मानदंडों का) पालन करना होगा, और उन्हें कोई समस्या नहीं है.

उन्होंने कहा कि हम जिस भी मुद्दे पर बात कर रहे हैं वह इंडिगो एयरलाइंस से संबंधित है। इसलिए गलती इंडिगो में है, प्रमुख स्तर पर, मंत्रालय स्तर या किसी अन्य स्तर पर नहीं. अगर एफडीटीएल या मंत्रालय से कुछ समस्या थी, तो सभी एयरलाइंस को समस्याओं का सामना करना चाहिए था, लेकिन यहां ऐसा नहीं है.

यह पूछे जाने पर कि क्या इंडिगो को कार्रवाई या दंड का सामना करना पड़ेगा, नायडू ने स्पष्ट किया कि ऐसा होगा. 
उन्होंने कहा कि यह होगा. उन पर कार्रवाई होगी, क्योंकि यह ऐसी चीज नहीं है जिसका हम मजाक में ले सकते हैं. हम बहुत स्पष्ट हैं कि मंत्रालय का ध्यान यात्री पर है. यह सुनिश्चित करना हमारा काम है, हमारी जिम्मेदारी है कि अगली बार इस तरह की घटनाएं न हों. इसलिए, हम बहुत स्पष्ट हैं कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. 

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