रूस से सस्ता तेल खरीदना जारी रखेगा भारत, आयात के लिए रुपया-रूबल सिस्टम तलाश रही सरकार

रूस पर लागू प्रतिबंधों के साथ ही स्थानीय मुद्राओं में भुगतान की गुंजाइश व्यापार को जारी रखने के एक माध्यम से आगे बढ़कर द्विपक्षीय व्यापार को विस्तार देने तक पहुंच गया है. 

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
भारत सरकार मास्को से तेल आयात एक भुगतान प्रणाली तलाश रही है. (प्रतीकात्‍मक)
नई दिल्ली:

यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के हमले के बाद अमेरिका औरc के मद्देनजर भारत सरकार (Indian Government) मास्को से तेल के आयात (Oil Import) के लिए एक भुगतान प्रणाली तलाश रही है. रूस पर लागू प्रतिबंधों के साथ ही स्थानीय मुद्राओं में भुगतान की गुंजाइश व्यापार को जारी रखने के एक माध्यम से आगे बढ़कर द्विपक्षीय व्यापार को विस्तार देने तक पहुंच गया है. 

सूत्रों ने कहा, ‘‘हमने यूरोप द्वारा रूबल में भुगतान के बारे में सुना है. अतीत में भारत के पास रुपया-रूबल भुगतान प्रणाली थी. मुझे नहीं लगता कि हम अब तक किसी नतीजे पर पहुंचे हैं. कुछ चर्चाएं चल रही हैं.''

भारत के वैध तरीके से ऊर्जा खरीदने का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए : सूत्र

उधर रॉयटर की खबर के मुताबिक, भारत रूस से सस्ता तेल खरीदना जारी रखेगा. हालांकि इस मामले से परिचित एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बुधवार को कहा कि छूट की शर्तों को अंतिम रूप नहीं गया दिया है.  

Explained : अगर US ने रूस से तेल आयात पर रोक लगाया तो क्या होगा? कीमतों पर क्या पड़ेगा असर?

सरकारी अधिकारी ने कहा कि औसत कीमत जिस पर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक कच्चा तेल खरीदता है, वह 100 डॉलर प्रति बैरल से अधिक है.  

बता दें कि भारत अपनी तेल जरूरतों का 80 प्रतिशत आयात करता है. इसमें रूस से काफी कम मात्रा में तेल खरीदा जाता रहा है. हालांकि रूस पर लगे प्रतिबंधों और वैश्विक स्‍तर पर तेल की कीमतों में आए उछाल के बाद भारत ने रियासती दरों पर रूस से तेल खरीदा है.  

Advertisement

पेट्रोल-डीजल महंगा होने से ट्रांसपोर्टरों की बढ़ी मुश्किलें, सरकार से लगाई दाम कम करने गुहार

Featured Video Of The Day
ISRO Satellite: आखिर क्यों पूरा नहीं हो सका PSLV-C61 Mission? ये है असफल होने का वजह
Topics mentioned in this article