हाल ही में अमेरिका की संसद ने F-16 विमानों के रख-रखाव के लिए पाकिस्तान को 450 मिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता प्रदान करने की मंजूरी दी थी. कहा गया था कि इससे इस्लामाबाद अपने F-16 बेड़े को आतंकवाद के मौजूदा और भविष्य के खतरों के खिलाफ प्रभावी बनाए रखेगा. भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने इस पर चिंता जताते हुए एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में कहा गया कि पाकिस्तान के F-16 बेड़े के लिए वित्तीय पैकेज पर मैंने भारत की चिंताओं को अमेरिका तक पहुंचा दिया है. मैं रक्षा मंत्री ल्यॉड ऑस्टिन के साथ भारत-अमेरिका साझेदारी पर बातचीत जारी रखने का इच्छुक हूं.
एक और ट्वीट में उन्होंने कहा कि हमने भारत- अमेरिका की तकनीकी और औद्योगिक क्षेत्र में साझेदारी को मजबूत रखने के तरीकों पर चर्चा की और साथ ही रणनीतिक तकनीक के क्षेत्र में सहयोग के अवसर तलाशे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीन ट्वीट में दिए गए संदेश में से पहले में बताया था कि उन्होंने अमेरिका के रक्षा मंत्री ल्यॉड ऑस्टिन के साथ फोन पर गर्मजोशी भरी सार्थक बातचीत की. उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं के बीच रणनीतिक हितों के एकीकरण और बढ़ते रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा हुई.
इस बातचीत के बाद अमेरिका की तरफ़ से इस पर जो बयान आए हैं उनके मुताबिक़ पाकिस्तान के पास जो पुराने F-16 हैं उन्हीं के लिए साज़ो सामान पाकिस्तान को दिया जा रहा है. यह लाइफटाइम contract के तहत किया जा रहा है.