भारतीय सेना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा संचालित एक स्मार्ट स्कोप का परीक्षण कर रही है जो 300 मीटर तक इंसानों का पता लगा सकता है, जो सीमा और नजदीकी युद्ध अभियानों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे सकता है. लेफ्टिनेंट कर्नल निपुण सिरोही ने NDTV को बताया कि स्मार्ट स्कोप अभी अपने प्रोटोटाइप स्टेज में है, लेकिन इसका मिनिएचर वर्जन भी बनाया जा सकता है.
स्वदेशी रूप से विकसित स्कोप को किसी भी छोटे हथियार पर फिट किया जा सकता है और इसे एक स्मार्ट हथियार में बदला जा सकता है.
लेफ्टिनेंट कर्नल सिरोही ने कहा, "यह एक AI-सक्षम स्मार्ट स्कोप है जो 300 मीटर तक बढ़ते ह्यूमन टारगेट का पता लगा सकता है. एआई एल्गोरिदम और सेंसरी डेटा का उपयोग करके, यह शूटर को बता सकता है कि कब गोली चलानी है. 100-300 मीटर तक परीक्षण करने पर इसकी सटीकता 80-90% थी''
उन्होंने कहा कि यह शॉट को हिट करने की क्षमता हासिल करने में मदद कर सकता है और एक सैनिक को आसानी से एक निशानेबाज में बदल सकता है.
अधिकारी ने कहा, स्कोप पहले टारगेट का पता लगाता है और एक रेड बाउंडिंग बॉक्स बनाता है, जिसके बाद कैमरा लेजर और फाइंडर का यूज करके एलाइनमेंट की जांच करता है. उन्होंने कहा, एक बार जब टागरेट बॉक्स ग्रीन हो जाता है, तो शूटर को सतर्क कर दिया जाता है कि वह गोली चला सकता है. उन्होंने कहा कि स्कोप में फिलहाल केवल दिन में फायरिंग करने की क्षमता है, लेकिन इसे रात में भी फायरिंग करने वाले उपकरण में बदला जा सकता है.
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