भारतीय सेना ने एकीकृत ड्रोन पहचान प्रणाली की खरीद के लिए मंगलवार को सूचना के लिए अनुरोध (आरएफआई) जारी किया. इसने 180 ‘कैनिस्टर लॉन्च्ड एंटी-आर्मर लॉइटर एम्यूनिशन' (सीएएलएम) प्रणाली की खरीद के लिए भी एक अनुरोध जारी किया गया है.
यह कदम ऐसे समय में आया है, जब भारत अपनी उत्तरी सीमा पर तनाव जारी रहने और ड्रोन के माध्यम से सीमा पार से हथियार गिराए जाने की बढ़ती घटनाओं के बीच अपनी सीमाओं पर निगरानी बढ़ा रहा है.
नौ ‘इंटेग्रेटेड ड्रोन डिटेक्शन एंड इंटरडिक्शन सिस्टम (इम्प्रूव्ड वर्जन) के वास्ते सूचना के लिए अनुरोध (आरएफआई) ‘‘भारतीय खरीद'' श्रेणी के तहत जारी किया गया.
उपकरण में स्वदेशी सामग्री 60 प्रतिशत होनी चाहिए, जो स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए उपकरण के मामले में छूट के साथ 50 प्रतिशत होगी.
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