हौसले को सलाम! बाढ़ ग्रस्त इलाकों में मुस्तैदी से डटे सेना के जवान, ऐसे बचा रहे लोगों की जान

भारतीय सेना ने राजस्थान के श्रीगंगानगर के डिप्टी कमिश्नर से मिले एक अनुरोध पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम तैनात की है. इस टीम को बाढ़ जैसे हालात में जलभराव की समस्या के लिए तकनीकी मदद का काम सौंपा गया है.

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बाढ़ग्रस्त लोगों की मदद के लिए डटे सेना के जवान.
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  • बाढ़ से जूझ रहे देश के कई हिस्सों में भारतीय सेना राहत और बचाव अभियान चला रही है.
  • मध्य प्रदेश के गुना और शिवपुरी जिलों में हालात स्थिर होने पर सेना की टुकड़ियों को वापस बुला लिया गया है.
  • राजस्थान के धौलपुर और श्रीगंगानगर में सेना के जवान मदद के लिए तैनात हैं और तकनीकी सहायता प्रदान कर रहे हैं.
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नई दिल्ली:

देश के कई हिस्से इन दिनों भारी बारिश और बाढ़ से जूझ रहे हैं. सेना के जवान बाढ़ग्रस्त इलाकों (Indian Army Rescue Operation) में राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं. आपदा की इस घड़ी में सेना के जवान लोगों की हरसंभव मदद करने में जुड़े हुए हैं. मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों (Flood Situation) में वह राहत अभियान जारी रखे हुए है. प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिक प्रशासन की सहायता के अपने संकल्प को निभाते हुए, भारतीय सेना ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव अभियान जारी रखा है.

बाढ़ग्रस्त इलाकों में सेना की मुस्तैदी

मध्य प्रदेश में बाढ़ की हालात स्थिर हैं. जिसके बाद गुना और शिवपुरी जिलों में तैनात सेना की टुकड़ियों को आज वापस बुला लिया गया. इस बीच, अशोकनगर-ग्वालियर से संचालित एक बाढ़ राहत टुकड़ी राहत और सहायता की संभावित जरूरतों का आकलन करने के लिए ईसागढ़ और सिहोरा क्षेत्रों पर नजर रखे हुए हैं. वहीं राजस्थान के धौलपुर में भी सेना के जवान हालात पर नजर बनाए हुए हैं और मदद के लिए स्टैंडबाई पर हैं.

सेना के जवान बचा रहे लोगों की जान

भारतीय सेना ने राजस्थान के श्रीगंगानगर के डिप्टी कमिश्नर से मिले एक अनुरोध पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम तैनात की है. इस टीम को बाढ़ जैसे हालात में जलभराव की समस्या के लिए तकनीकी मदद का काम सौंपा गया है. नागरिक प्रशासन ने स्थिति से निपटने के लिए पांच पंपिंग सेट और दो किलोमीटर लंबी नली की भी अपील की है.

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105 लोगों को बचाया गया, 300 को दी मेडिकल हेल्प

अब तक ऐसे इलाकों से 105 लोगों को बचाया जा चुका है. वहीं 300 से ज्यादा लोगों को मेडिकल हेल्प दी गई है. भारतीय सेना स्थिति पर लगातार नजर रख रही है. वह किसी भी आपात स्थिति का तेजी से और संवेदनशीलता और पेशेवर तरीके से जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है.

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