भारत के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एलान किया है कि अफ्रीकी देश में चाड में लगी भीषण आग के मद्देनजर भारत उसे मानवीय सहायता देना जारी रखेगा. भारत ने हाल ही में चाड के लिएभीषण आग की आपदा से निपटने के लिए 2300 किलो जरूरी जीवन रक्षक एंटी बॉयोटिक दवाएं और कुछ आम दवाएं भेजी हैं.
भारत सरकार ने अफ्रीकी देश चाड के लिए यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब चाड की राजधानी एन'जामेना के एक हथियार डिपो में 19 जून को लगी भीषण आग से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. इसके अलावा इस आग में कई लोग घायल हुए हैं.
यह आग राजधानी एन'जामेना के उत्तर में स्थित सेना के एक हथियार डिपो में हुए धमाके के बाद लगी, जिससे सेना के पार्क में मौजूद कई लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए. हथियार डिपो में हुआ यह धमाका इतना तेज था कि इसकी तेज आवाज से पूरी राजधानी थर्रा गई थी.
चाड के प्रधानमंत्री पाहिमी पैडके अल्बर्ट द्वारा 2018 में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन और सौर शिखर सम्मेलन के संस्थापक सम्मेलन में भाग लेने के लिए नई दिल्ली का दौरा करने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों को और ज्यादा बढ़ावा मिला है.
इससे पहले भी, चाड को भारत ने विकास के लिए कई बार सहायता भेजी है. इससे पहले भारत ने 2004 में ही चाड को 5,000 मीट्रिक टन चावल भेजा था.
विदेश मंत्रालय के अनुसार, चाड में लगभग 200 भारतीय और 40 से अधिक भारतीय कंपनियां हैं जो ज्यादातर तेल परियोजनाओं, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और मिशनरियों में काम करती हैं.