भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 19वें दौर की बैठक से पहले LAC पर बढ़ी सेना की तैनाती

15 जून 2020 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था. इस हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे और चीन के करीब 40 जवान मारे गए थे.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
बता दें कि करीब तीन साल से ज़्यादा समय से भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं.

पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच जारी तनाव को कम करने को कोशिशें जारी है. आज यानी 14 अगस्त को भारत और चीन के बीच जारी तनाव को कम करने के लिये दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर पर 19वें दौर की बातचीत होगी. ये बातचीत चुशुलो मोल्दो में होनी है. 

आपको बता दें कि इससे चार महीने पहले भारत-चीन में 18वें दौर की बातचीत में कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया था. कोर कमांडर स्तर की इस बैठक में भारत का ज़ोर देपसांग और डेमचोक से चीन की सेना हटाने पर होगा. 

इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत चीन सीमा विवाद को सबसे कठिन डिप्लोमेटिक चुनौती  बता चुके हैं. वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा था कि सीमा विवाद की वजह से दोनों देशों के बीच रणनीतिक विश्वास खत्म हो गया है. करीब तीन साल से ज़्यादा समय से भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं.

15 जून 2020 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था. इस हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे और चीन के करीब 40 जवान मारे गए थे.

Topics mentioned in this article