विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत अपने राष्ट्रीय ध्वज को अपमानजनक तरीके से नीचे उतारा जाना बर्दाश्त नहीं करेगा. विदेश मंत्री ने लंदन में हुई घटना का जिक्र करते हुए यह कहा. साथ ही विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ‘बहुत दृढ़' होने के साथ ही एक ‘बहुत जिम्मेदार' देश भी है. पिछले महीने लंदन में प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने भारतीय उच्चायोग पर फहराए गए तिरंगे को गिराकर अलगाववादी खालिस्तानी झंडे लहराए थे और खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की गई थी. हालांकि बाद में खालिस्तानियों को जवाब देने के लिए भारतीय उच्चायोग पर उससे भी बड़ा तिरंगा लगाया गया.
जयशंकर ने कहा, ‘‘हमने लंदन, कनाडा, सैन फ्रांसिस्को में घटनाएं देखी हैं, वहां बहुत कम अल्पसंख्यक हैं, उस अल्पसंख्यक के पीछे कई हित हैं. यदि वे सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं तो भारत की ओर से प्रतिक्रिया होगी. यह वह भारत नहीं है जो अपने राष्ट्रीय ध्वज को नीचे उतारे जाने को स्वीकार करेगा.''
उन्होंने एक संवाद सत्र में कहा, ‘‘जब यह घटना हुई, हमारे उच्चायुक्त ने पहले से भी बड़ा राष्ट्रीय ध्वज उस इमारत पर लगा दिया. यह न केवल खालिस्तानियों के लिए, बल्कि ब्रितानियों के लिए भी कड़ा जवाब था. यह इस बात का प्रतीक है कि यह हमारा राष्ट्रीय ध्वज है और यदि किसी ने इसका अपमान करने की कोशिश की तो हम इससे भी बड़ा राष्ट्रीय ध्वज लगा देंगे.''
उन्होंने कहा, ‘‘आज एक अलग भारत है, एक ऐसा भारत जो बहुत जिम्मेदार है, लेकिन बहुत मजबूत भी है.''
लंदन में हुई घटना के बाद, भारत ने अपने राजनयिक मिशन की सुरक्षा को लेकर ब्रिटिश सरकार के सामने अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया था और परिसर में पर्याप्त सुरक्षा की कमी पर सवाल उठाया था.
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