नई दिल्ली: विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले में संलिप्तता के आरोपी तहव्वुर राणा के जल्द प्रत्यर्पण को लेकर भारत, अमेरिकी अधिकारियों के नियमित सम्पर्क में है. क्वात्रा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका की एक संघीय अदालत ने पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण के लिए सहमति दे दी है. भारत सरकार 2008 के मुंबई आतंकी हमले में संलिप्तता के आरोपी राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रही थी.
सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की अमेरिकी मजिस्ट्रेट न्यायाधीश जैकलीन चोलजियान ने बुधवार को 48 पन्नों का आदेश जारी किया, जिसमें कहा गया कि भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि के तहत 62 वर्षीय राणा को भारत प्रत्यर्पित करना चाहिए. क्वात्रा ने कहा, ‘‘ जहां तक तहव्वुर राणा से जुड़े प्रश्न का मामला है, हम उसके (राणा) जल्द प्रत्यर्पण को लेकर अमेरिकी अधिकारियों के नियमित सम्पर्क में हैं.''
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने अमेरिका की स्थानीय अदालत द्वारा दिये गए फैसले को देखा है. इस बारे में अमेरिकी पक्ष के साथ हमारा संवाद जारी है.'' विदेश सचिव से पूछा गया था कि हिरोशिमा में जी-7 समूह की बैठक के दौरान अगर द्विपक्षीय बैठक होती है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्या अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के समक्ष राणा के प्रत्यर्पण के मामले को उठाएंगे.
क्वात्रा ने मोदी और बाइडन की द्विपक्षीय बैठक के बारे में कोई पुष्टि नहीं की. विदेश सचिव ने संवाददाताओं से कहा कि जी-7 समूह से इतर द्विपक्षीय बैठकों की रूपरेखा तैयार की जा रही है, ऐसे में वह कोई अनुमान नहीं लगायेंगे कि कौन सी बैठक होगी और कौन नहीं होगी.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 समूह सहित कुछ प्रमुख बहुपक्षीय शिखर सम्मेलनों में भाग लेने के लिए शुक्रवार को जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की छह दिवसीय यात्रा पर जा रहे हैं. जापान के शहर हिरोशिमा में विकसित अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के समूह जी-7 के वार्षिक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है.