देश में कोविड के खिलाफ वैक्सीनेशन ड्राइव चल रहा है, लेकिन कई राज्य वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं. दिल्ली, महाराष्ट्र में दर्जनों वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो गए हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस लगातार मोदी सरकार की वैक्सीन पॉलिसी को लेकर सवाल उठा रही है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बुधवार को एक लंबा फेसबुक पोस्ट लिखकर वैक्सीन की कमी पर सरकार पर हमला बोला है. 'ज़िम्मेदार कौन?' शीर्षक से उन्होंने पहले कुछ तथ्य पेश किए हैं और फिर तीन सवाल किए हैं. उन्होंने कहा कि 'वैक्सीन पर अब बस मोदीजी की फोटो ही है बाकी सारी जिम्मेदारी राज्यों के ऊपर डाल दी गई है. आज राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र सरकार को वैक्सीन की कमी होने की सूचना भेज रहे हैं.'
कांग्रेस नेता ने लिखा है, 'आज भारत की 130 करोड़ की आबादी के मात्र 11% हिस्से को वैक्सीन की पहली डोज़ और मात्र 3% हिस्से को फुल वैक्सीनेशन नसीब हुआ है. मोदीजी के टीका उत्सव की घोषणा के बाद पिछले एक महीने में वैक्सीनेशन में 83% की गिरावट आ गई. आज मोदी सरकार ने देश को वैक्सीन की कमी के दलदल में धकेल दिया है. वैक्सीन कमी के पीछे सरकार की फेल वैक्सीन पॉलिसी दिखाई पड़ती है. इसके लिए जिम्मेदार कौन है?'
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प्रियंका ने लिखा कि 'कड़वी सच्चाई यह है कि महामारी की शुरूआत से ही, भारत में वैक्सीन आम लोगों की जिंदगी बचाने के औज़ार के बजाय प्रधानमंत्री के निजी प्रचार का साधन बन गई. इसके चलते आज दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक भारत अन्य देशों से वैक्सीन के दान पर निर्भर हो गया है और वैक्सीनेशन के मामले में दुनिया के कमजोर देशों की कतार में शामिल हो गया है. ऐसा क्यों हुआ?'
उन्होंने पूछा कि-
1. सरकार पिछले साल ही वैक्सीनेशन के पूरे प्लान के साथ तैयार थी, तब जनवरी 2021 में मात्र 1 करोड़ 60 लाख वैक्सीनों का आर्डर क्यों दिया गया?
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2. सरकार ने भारत के लोगों को कम वैक्सीन लगाकर, ज्यादा वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी?
3. दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक भारत, आज दूसरे देशों से वैक्सीन मांगने की स्थिति में क्यों आ गया और सरकर इसे भी उपलब्धि की तरह प्रस्तुत करने की कोशिश क्यों कर रही है?