पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. सेना को पूरी छूट दी गई है. कार्रवाई कब कहां और कैसे होगी ये सेना तय करेगी. सिंधु नदी समझौते को स्थगित करने और कई अन्य गंभीर फैसलों के बाद भारत आगे क्या कार्रवाई करेगा. ये तो आने वाले दिनों में ही साफ होगा. लेकिन इस बीच भारत और पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं का भी विश्लेषण किया जा रहा है. आइए जानते हैं भारत और पाकिस्तान के बीच कौन कितना मजबूत है?
भारत के पास राफेल, सुखोई-30MKI, मिराज-2000 जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट हैं, जो लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस हैं. इसके निशाने अचूक हैं, पाकिस्तान के साथ अगर युद्ध होता है तो भारत को पाकिस्तान पर बड़ी बढ़त इन हथियारों से मिल सकती है.
भारतीय नौसेना के पास INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत जैसे एयरक्राफ्ट कैरियर हैं, जो समुद्री शक्ति को बढ़ाते हैं.
भारत की थल सेना के पास अर्जुन और T-90 टैंकों के साथ-साथ पिनाका मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम भी हैं.
भारत के पास परमाणु हथियारों के साथ-साथ अग्नि और पृथ्वी जैसी बैलिस्टिक मिसाइलें भी हैं.
भारतीय वायुसेना ने हाल ही में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को शामिल किया है, जो हवाई हमलों से सुरक्षा प्रदान करता है.
पाकिस्तान के पास F-16 और JF-17 जैसे फाइटर जेट हैं, लेकिन तकनीकी रूप से भारत से पीछे हैं.
पाकिस्तानी नौसेना के पास सीमित संख्या में पनडुब्बियां और फ्रिगेट्स हैं, जो भारतीय नौसेना के मुकाबले कम प्रभावी हैं.
पाकिस्तान की थल सेना के पास अल-खालिद और T-80 टैंकों के साथ-साथ NASR जैसे शॉर्ट-रेंज मिसाइल सिस्टम हैं.
पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार हैं, लेकिन उनकी डिलीवरी प्रणाली भारत की तुलना में कम विकसित है.
पाकिस्तानी वायुसेना के पास सीमित संख्या में आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम हैं, जो भारत के S-400 के मुकाबले कमजोर हैं.