प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 75वें स्वतंत्रता दिवस (75th Independence Day) पर लाल किले की प्राचीर से आज आठवीं बार देश को संबोधित किया. 88 मिनट के लंबे संबोधन में पीएम ने कहा कि देश के छोटे किसानों पर अब तक ध्यान नहीं दिया जा सका है. उन्होंने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि कृषि सेक्टर की चुनौतियों पर ध्यान देना होगा क्योंकि किसानों की जमीन लगातार छोटी हो रही है.
देश में चल रहे किसान आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि 80 फीसदी किसानों के पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है. मोदी ने 80 फीसदी किसानों के उत्थान का नारा देते हुए कहा, "छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है. आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा. उन्हें नई सुविधाएं देनी होंगी."
75th Independence Day : PM मोदी ने कुपोषण पर जताई चिंता, लाल किले से किया अहम योजना का ऐलान
पीएम ने कहा कि पहले की सरकारों में जो देश में नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वो रह गया. अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं. पीएम मोदी की इस बात को छोटे किसानों खासकर 2 हेक्टेयर से छोटी जोत वाले किसानों, जो अपने भरण-पोषण के लिए खेती करते हों और व्यावसायिक खेती में ज्यादा भूमिका नहीं निभाते हों, को लुभाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
उत्तर भारत खासकर पंजाब, हरियाणा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बड़े किसान जिनकी जोत का आकार 2 हेक्टेयर से ज्यादा है, इन दिनों तीनों कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि, आंदोलन को सभी जोत के आकार के किसानों का समर्थन प्राप्त है.
पीएम ने कहा कि आज हम अपने गांवों को तेजी से परिवर्तित होते देख रहे हैं. बीते कुछ वर्ष, गांवों तक सड़क और बिजली जैसी सुविधाओं को पहुंचाते रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब गांवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, डेटा की ताकत पहुंच रही है, इंटरनेट पहुंच रहा है. गांव में भी डिजिटल Entrepreneur तैयार हो रहे हैं. पीएम ने कहा, "गांव में जो हमारी सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी 8 करोड़ से अधिक बहनें हैं, वो एक से बढ़कर एक प्रॉडक्ट्स बनाती हैं. इनके प्रॉडक्ट्स को देश में और विदेश में बड़ा बाजार मिले, इसके लिए अब सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करेगी."