Jammu-Kashmir: VDC को हथियारों की ट्रेनिंग देगी CRPF, आतंकियों से मुकाबले के लिए तैयार होगी टीम

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का सामना करने के लिए विलेज डिफेंस कमेटी (वीडीसी) के गार्डों को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के विशेषज्ञ हथियारों का प्रशिक्षण देंगे. इन गार्डों को आतंकवादी हमलों को नाकाम करने और आपात स्थिति में लोगों की मदद करने के बारे में तैयार किया जाएगा.

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1990 के दशक में वीडीजी को राजौरी-पुंछ क्षेत्रों में प्रशिक्षण और हथियार दिए गए थे.
नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के राजौरी और पुंछ के ग्रामीणों के बीच सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ग्राम रक्षा समितियों को ट्रेनिंग देने जा रहा है. इसके तहत सीआरपीएफ के जवान सशस्त्र समूहों को आतंकवादी हमलों से बचाव के गुर सिखाएंगे. गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "सीआरपीएफ ग्रामीणों को प्रशिक्षण देगी, लेकिन अभी यह तय नहीं किया गया है कि क्या उन्हें हथियार भी मुहैया कराए जाएंगे या नहीं. अगर हथियार दिए जाते हैं, तो ये छोटे हथियार या राइफल होंगे."

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, प्रशिक्षण कार्यक्रम की "अंतिम रूपरेखा", इसमें शामिल किए जाने वाले हथियारों के प्रकार और ट्रेनिंग लेने वाले लोगों की संख्या जल्द ही तय की जाएगी.

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हाल ही में राजौरी जिले में धंगरी घटना के बाद ग्राम रक्षा गार्डों यानी वीडीजी (जिन्हें पहले ग्राम रक्षा समितियों-वीडीसी के रूप में जाना जाता था) को फिर से हथियार देना शुरू कर दिया है. इस घटना में सात लोग मारे गए हैं. वीडीजी में स्थानीय ग्रामीण स्वयंसेवक शामिल होते हैं.

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1990 के दशक में वीडीजी को राजौरी-पुंछ क्षेत्रों में प्रशिक्षण और हथियार दिए गए थे. एक अधिकारी बताते हैं, ''समुदाय के एक वर्ग पर तब भी हमले हुए थे और बड़े पैमाने पर पलायन को रोकने के लिए वीडीजी को भी हथियार दिए गए थे.''

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ढांगरी आतंकी हमले के बाद उच्च स्तरीय समीक्षा के बाद सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने के लिए राजौरी और पुंछ में सीआरपीएफ की 18 नई कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है. इसमें लगभग 1800 कर्मचारी शामिल हैं. अधिकारी के अनुसार, बल को जम्मू क्षेत्र में उभरती आतंकी चुनौतियों और जम्मू-कश्मीर में बहुप्रतीक्षित चुनावों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों को निभाने के लिए भी कहा जा सकता है. अधिकारियों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने वीडीजी को गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर सतर्क रहने के लिए कहा है.

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आशंका है कि आतंकवादी जम्मू क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल को बाधित कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि वीडीजी जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर भी सक्रिय कर दिए गए हैं. 

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