कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने जोरहाट लोकसभा सीट से जीत हासिल करने का विश्वास जताते हुए कहा कि लोगों ने उनके साथ जितनी संख्या में तस्वीरें ली हैं, अगर वे वोटों में बदल जाती है तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद टोपोन कुमार गोगोई निश्चित रूप से हार जाएंगे. कालियाबोर से कांग्रेस सांसद गोगोई इस बार जोरहाट से लड़ रहे हैं. उन्होंने ब्रह्मपुत्र के मध्य में स्थित दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली में दो दिन बिताए और जिले में 12 नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया.
जोरहाट कभी गौरव के पिता व पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत तरुण गोगोई का निर्वाचन क्षेत्र था, यहां के लोगों ने 2014 में अपना मन बदला, जिसके चलते कांग्रेस की हार हुई. यहां अहोम, थेंगल-कचारी, मिसिंग और चाय के काम से जुड़ी जनजातियों की काफी आबादी है.
परिसीमन में गोगोई की कलियाबोर सीट का नाम बदलकर काजीरंगा किए जाने के बाद उन्हें जोरहाट में भाजपा से मुश्किल मुकाबले के लिए उतारा गया, जो पिछले 10 वर्षों में सत्तारूढ़ दल का गढ़ बन गया है. गौरव मतदाताओं, खासकर युवाओं के साथ भावनात्मक जुड़ाव बनाने की उम्मीद कर रहे हैं. हालांकि कांग्रेस को 2019 के चुनाव में इस सीट से 82,000 से अधिक वोटों से हार मिली थी, ऐसे में इस अंतर को पाटना आसान नहीं है.गोगोई ने बुधवार को अपने समर्थकों के बीच कहा, “आपने मुझे जो प्यार दिया है, उससे मैं अभिभूत हूं. आपने मेरे साथ जितनी तस्वीरें और सेल्फी ली हैं, अगर वे वोट में बदल जाएं तो भाजपा भारी अंतर से हार जाएगी.”
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने दावा किया कि वह हर चुनाव से पहले बहुत सारे वादे करती रही है, लेकिन उनमें से शायद ही कोई पूरा हुआ हो. उन्होंने आरोप लगाया, “सरकारी स्कूल और कॉलेज बंद हो रहे हैं, दवाओं की कीमतें बढ़ रही हैं, आवश्यक वस्तुओं के दाम अब तक के उच्चतम स्तर पर हैं और किसानों की स्थिति खराब हो रही है.” उन्होंने कहा, “माजुली भारी कटाव का सामना कर रहा है, लेकिन भाजपा सरकार कुछ नहीं कर रही है. जिस तरह से आप मुझसे अभी मिल रहे हैं, जीतने के बाद भी मैं आपके साथ रहूंगा. आपके बुरे दिनों में मैं हमेशा आपके साथ खड़ा रहूंगा.” जोरहाट और ऊपरी असम की चार अन्य सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा.