- राजधानी पटना के कंकड़बाग इलाके के ICICI लोम्बार्ड बैंक ब्रांच मैनेजर अभिषेक वरुण का शव संदिग्ध परिस्थितियों में कुएं से मिला है.
- अभिषेक वरुण शनिवार रात रामकृष्ण नगर इलाके में एक पार्टी में शामिल हुए थे और रात एक बजे पत्नी को एक्सीडेंट की सूचना दी थी.
- उनके मोबाइल फोन के स्विच ऑफ होने के बाद परिजन और पुलिस ने रातभर उन्हें तलाश किया लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
बिहार में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं, जब तेजस्वी और राहुल गांधी नीतीश सरकार को कानून व्यवस्था पर घेरे हुए हैं, तब इसी बीच अब राजधानी पटना से एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां बैंक के ब्रांच मैनेजर अभिषेक वरुण का शव संदिग्ध परिस्थितियों में कुएं से मिला है. शव के साथ उनकी स्कूटी भी कुएं में गिरी हुई मिली है, जबकि चप्पल कुएं से कुछ दूरी पर पड़ी हुई थी. अभिषेक वरुण, पटना के कंकड़बाग इलाके में रहते थे, शनिवार रात अपने परिवार के साथ रामकृष्ण नगर इलाके में एक पार्टी में शामिल हुए थे.
पत्नी को रात 1 बजे किया फोन
रात करीब 10 बजे, उन्होंने अपनी पत्नी और बच्चे को घर भेज दिया और खुद पार्टी में रुक गए. रात 1 बजे, उन्होंने अपनी पत्नी को फोन कर बताया कि उनका एक्सीडेंट हो गया है. इसके बाद उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया. परिजनों ने रातभर उन्हें ढूंढने की कोशिश की और कई अस्पतालों में तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. आज सुबह, उनका शव बेउर जेल इलाके में संदिग्ध हालत में मिला, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना के बाद कंकड़बाग थाना में एफआईआर संख्या 642/25 के तहत गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. अब शव मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और मामले की हर बारीक पहलू से छानबीन की जा रही है. परिजनों द्वारा लगातार खोजबीन के बाद शुक्रवार सुबह बधार के एक कुएं में उनका शव दिखा, जिसके बाद परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची बेऊर थाना पुलिस ने शव को कुएं से बाहर निकलवाया और डॉग स्क्वॉड व एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) टीम को मौके पर बुलाया गया.
घटनास्थल की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने हत्या की आशंका जताई है. शुरुआती जांच में किसी दुर्घटना की बात से इंकार नहीं किया गया है, लेकिन कुएं के पास चप्पल का पड़ा होना और स्कूटी का उसी कुएं में गिरा मिलना घटना को संदिग्ध बना रहा है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल डिटेल्स और अन्य तकनीकी पहलुओं से जांच शुरू कर दी है. अभिषेक के परिजनों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह कोई हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है.
बैंक मैनेजर के परिजनों ने क्या बताया
परिजनों के अनुसार, अभिषेक का किसी से कोई विवाद नहींं था, लेकिन उनके फोन की ट्रैकिंग और अंतिम लोकेशन इस बात की ओर इशारा कर रही है कि उन्हें बहला-फुसलाकर या जबरन वहां लाया गया हो सकता है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेजने की तैयारी की है, ताकि मौत के असल कारणों का पता चल सके. साथ ही आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ भी की जा रही है.
पुलिस ने क्या कुछ कहा
कुएं से शव मिलने पर इलाके में दहशत का माहौल है. लोगों का कहना है कि इस प्रकार का अपराध शांत इलाके में पहली बार हुआ है. वे पुलिस से जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने की मांग कर रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही घटना के पीछे का पूरा सच सामने लाया जाएगा. अभिषेक वरुण की असमय मौत ने जहां उनके परिवार को गहरा सदमा दिया है, वहीं पटना पुलिस के सामने अब एक गंभीर चुनौती खड़ी हो गई है.
बिहार में इन लोगों की गई हत्या
मशहूर उद्योगपति गोपाल खेमका
व्यवसायी दीपक शाह
मार्ट के मालिक विक्रम झा
शिक्षक संतोष राय
बालू कारोबारी रमाकांत यादव
कारोबारी पुट्टू खान
वकील जितेंद्र मेहता
पटना में 'गुंडाराज' के लगे पोस्टर
बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर राजद से लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल लगातार प्रदेश में हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर सरकार को घेर रहे हैं. इस बीच, पटना के कई चौक-चौराहों पर 'बिहार में गुंडाराज' के पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें आठ हत्याकांडों का जिक्र है. पटना के जेपी गोलंबर, इनकम टैक्स चौराहा, वीरचंद पटेल रोड, बोरिंग रोड चौराहा सहित अन्य स्थानों पर लगे ये पोस्टर किसके द्वारा लगाए गए हैं, इसका जिक्र इन पोस्टर में नहीं किया गया है.
निशाने पर नीतीश सरकार
पोस्टर के बीच में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की तस्वीर है और लिखा गया है, 'बिहार में गुंडाराज', कारोबारियों पर कहर.' पोस्टर के चारों तरफ बिहार में हाल ही में हुए आठ हत्याकांडों का तारीख के साथ जिक्र किया गया है, जिसमें मृतकों की तस्वीर भी लगाई गई है. पोस्टर में सबसे पहले मशहूर उद्योगपति गोपाल खेमका की तस्वीर के साथ उनकी हत्या की तारीख लिखी हुई है.
बिहार में चल रहा गुंडाराज
इसी तरह, व्यवसायी दीपक शाह, मार्ट के मालिक विक्रम झा, शिक्षक संतोष राय, और बालू कारोबारी रमाकांत यादव की हत्या का भी पोस्टर में जिक्र किया गया है. इसके अलावा, पोस्टर में कारोबारी पुट्टू खान और वकील जितेंद्र मेहता की भी हत्या का जिक्र किया गया है, जिनकी 13 जुलाई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने मंगलवार को बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि बिहार में गुंडाराज चल रहा है.
कांग्रेस नेता कृष्णा अल्लावरू ने कहा कि बिहार देश का क्राइम कैपिटल बन गया है, यह तब से हुआ है, जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अस्वस्थ हुए हैं और बिहार की सरकार भाजपा चला रही है. सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे.