गोवा के लिए ऑफर लेकर मैं खुद पी चिदंबरम के पास गया था: तृणमूल नेता पवन वर्मा

तृणमूल कांग्रेस नेता पवन वर्मा ने कहा वे खुद कांग्रेस के दिग्गज नेता चिदंबरम से मिले थे. वर्मा ने कहा मैं 24 दिसंबर को दोपहर 1:30 बजे दिल्ली में चिदंबरम से मिला था. मैंने कांग्रेस को एक ठोस प्रस्ताव दिया था

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वर्मा ने बयान को एक "बड़ा सार्वजनिक असत्य" कहा.
नई दिल्ली:

तृणमूल कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गोवा में किसी भी "गठबंधन की ठोस पेशकश" नहीं की, ऐसा कहने वाले कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की टिप्पणी पर गुरुवार को तृणमूल नेता पवन वर्मा ने पलटवार किया. तृणमूल कांग्रेस नेता पवन वर्मा ने कहा कि वो खुद कांग्रेस के दिग्गज नेता चिदंबरम से मिले थे. वर्मा ने एनडीटीवी से कहा, "मैं 24 दिसंबर को दोपहर 1:30 बजे दिल्ली में चिदंबरम से मिला था. मैंने कांग्रेस को एक ठोस प्रस्ताव दिया था". उनका कहना है कि पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी भी मजबूत और एकीकृत विपक्ष चाहती हैं. उन्होंने कहा, "मैं निराश हूं और हैरान हूं जिस तरह से वित्त मंत्री और गृह मंत्री रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं."

चिदंबरम ने हाल ही कहा था कि "कोई ठोस प्रस्ताव नहीं था, लेकिन एक सुझाव था कि एक गठबंधन होना चाहिए."

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चिदंबरम ने कहा, "अगर दोनों (सोनिया गांधी और ममता बनर्जी) के बीच कुछ ऐसी कोई बाचतीत थी, तो मुझे तब तक पता नहीं चलेगी जब तक कि उनमें से एक मुझे नहीं बताएगा. मुझे किसी ठोस प्रस्ताव के बारे में नहीं बताया गया था. मेरी जानकारी के अनुसार, एक सुझाव था कि हमें एक साथ काम करना चाहिए, लेकिन कोई ठोस प्रस्ताव नहीं था."

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वर्मा ने बयान को एक "बड़ा सार्वजनिक असत्य" कहा और कहा कि उन्होंने चिदंबरम से दिल्ली में उनके घर पर मुलाकात की थी. तृणमूल कांग्रेस के नेता ने कहा, "मैंने उन्हें व्यक्तिगत रूप से एक ठोस प्रस्ताव दिया था कि हमें एकजुट विपक्ष के रूप में गोवा में एक गठबंधन बनाना चाहिए. यह मेरी पार्टी की ओर से कांग्रेस को एक ठोस पेशकश थी."

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वर्मा ने कहा, "चिदंबरम ने कहा था कि इस तरह के प्रस्ताव का जवाब देना उनके हाथ में नहीं है और वे इस बारे में अपने लीडर से बात करेंगे. अगले दिन उन्होंने कहा था कि उन्होंने अपने नेता राहुल गांधी से बात की थी, जिन्होंने स्वीकार किया कि मैं इसे और आगे ले जाउं और दोनों पार्टियों के प्रमुख आपस में बातचीत करें."

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राहुल गांधी उस समय भारत में नहीं थे और वर्मा ने कहा कि उन्हें केवल इतना कहा गया था कि उनसे फोन पर बात हो सकती है. तृणमूल कांग्रेस के नेता ने कहा, "राहुल गांधी की वापसी पर, मैंने चिदंबरम के साथ फिर से बात की और कहा कि कृपया गठबंधन बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाएं, लेकिन इस संबंध में अब तक कुछ नहीं किया गया. अब वह नेशनल टीवी पर कह रहे हैं कि हमारी ओर से कोई ठोस प्रस्ताव नहीं आया है - यह केवल असत्य है. मैं आपको यह निश्चित रूप से बता सकता हूं क्योंकि मैं इसमें व्यक्तिगत रूप से शामिल था."

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