"मेरा सिर्फ एक ही सपना है..." : केसीआर के नेतृत्व वाली विपक्ष की रैली के बाद नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के निमंत्रण पर प्रमुख विपक्षी नेताओं द्वारा तेलंगाना के खम्मम में एक संयुक्त रैली को संबोधित करने के एक दिन बाद बिहार के मुख्यमंत्री की टिप्पणी आई. नीतीश कुमार ने कहा, "मैं कहता रहता हूं, मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए....

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विपक्षी नेताओं को एकजुट होकर आगे बढ़ते हुए देखना चाहता हूं- नीतीश कुमार

पटना: तेलंगाना में विपक्ष की एक बड़ी रैली के एक दिन बाद, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी केवल एक ही इच्छा है और इसका खुद से कोई लेना-देना नहीं है. नीतीश कुमार ने कहा, "मैं कहता रहता हूं, मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए. मेरा केवल एक ही सपना है- विपक्षी नेताओं को एकजुट होकर आगे बढ़ते हुए देखना. इससे देश को लाभ होगा."

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के निमंत्रण पर प्रमुख विपक्षी नेताओं द्वारा तेलंगाना के खम्मम में एक संयुक्त रैली को संबोधित करने के एक दिन बाद बिहार के मुख्यमंत्री की टिप्पणी आई है. कार्यक्रम में खुद की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर, नीतीश कुमार ने कहा, "मुझे केसीआर (चंद्रशेखर राव) द्वारा आयोजित रैली के बारे में नहीं पता था. मैं किसी और काम में व्यस्त था, जिन्हें उनकी पार्टी की रैली में आमंत्रित किया गया था, वे गए होंगे था वहां."

नीतीश ने अपने तेलंगाना समकक्ष के चंद्रशेखर राव द्वारा आयोजित उस बैठक के बारे में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया जिसे भाजपा के खिलाफ एक वैकल्पिक मोर्चा तैयार करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है और इसमें कांग्रेस को शामिल नहीं किया गया है। हालांकि, बिहार में कांग्रेस सत्तारूढ़ महागठबंधन का एक घटक दल है।

समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी (आप) के अरविंद केजरीवाल और वामपंथी नेता पिनाराई विजयन और डी राजा जैसे नेता रैली में शामिल हुए. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के आखिरी कुछ दिनों पर ध्यान केंद्रित करने वाली कांग्रेस भी गायब थी. 2024 के राष्ट्रीय चुनाव से पहले एक गैर-कांग्रेसी विपक्षी मोर्चे की ओर पहले बड़े कदम के रूप में देखा गया, विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को निशाना बनाने में आम आधार पाया.

तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के रूप में राष्ट्रीय हो जाने के बाद यह तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव की पहली बड़ी जनसभा थी. केसीआर को कई लोग प्रधानमंत्री पद के आकांक्षी के रूप में देखते हैं. तो क्या नीतीश कुमार भी इस रेस में हैं...? हालांकि, नीतीश कुमार जोर देकर कहते हैं कि वह दावेदार नहीं हैं.

केसीआर ने रैली में, पीएम मोदी की नीतियों पर तंज कसा और कहा कि वह 2024 के चुनाव के बाद "घर जाएंगे". उन्होंने कहा, "मैं सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से कह रहा हूं. आपकी नीति निजीकरण है, हमारी नीति राष्ट्रीयकरण है."

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