केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने 'भारत जोड़ो यात्रा' में कोविड "प्रोटोकॉल" का पालन सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पत्र लिखा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज कहा कि, "मैं कोविड फैलने की आशंका के बीच इसे फैलने से रोकने के लिए अपने कर्तव्यों की उपेक्षा सिर्फ इसलिए नहीं कर सकता क्योंकि एक परिवार सोचता है कि वह नियमों से ऊपर है."
चीन में कोविड संक्रमण तेजी से बढ़ने से उपजी चिंता का हवाला देते हुए मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को अपने पत्र में राहुल गांधी से "प्रोटोकॉल" का पालन नहीं करने पर "राष्ट्रीय हित में" अपनी यात्रा को स्थगित करने का "अनुरोध" किया था.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का उदाहरण देते हुए उन्होंने आज कहा कि "कई लोगों" ने यात्रा में भाग लिया और बाद में वायरस से संक्रमित हो गए हैं.
कांग्रेस ने कहा है कि वह जो भी प्रोटोकॉल होगा, उसका पालन करेगी. भारत में वर्तमान में कोई मास्क लगाने का कोई आदेश नहीं है. पिछले एक साल में अन्य प्रतिबंध भी हटा दिया गए हैं.
बाद में स्वास्थ्य मंत्रालय के नेतृत्व वाले विशेषज्ञ समूह ने भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क का उपयोग करने के लिए एक एडवायजरी जारी की. हालांकि यह बाध्यकारी नहीं है, क्योंकि सरकार का कहना है कि "घबराने की कोई जरूरत नहीं है."
राहुल गांधी को लिखे गए पत्र में, मनसुख मंडाविया ने कहा है : "मैं (राहुल गांधी) से अनुरोध करता हूं कि मार्च के दौरान मास्क और सैनिटाइज़र के उपयोग सहित कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए और केवल उन्हीं लोगों को भाग लेने की अनुमति दी जाए, जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है."
पत्र में आगे कहा गया है, "यदि इस कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा सकता है तो सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के मद्देनजर और देश को कोविड महामारी से बचाने के लिए मैं आपसे 'भारत जोड़ो यात्रा' को राष्ट्रीय हित में स्थगित करने का अनुरोध करता हूं. "
भारत जोड़ो यात्रा बुधवार की सुबह हरियाणा में प्रवेश कर गई. यात्रा 20 दिसंबर तक राजस्थान में थी. राज्य के तीन बीजेपी सांसदों के कोविड को लेकर "चिंता व्यक्त करने" का जिक्र मंत्री ने पत्र में किया है.
अपने जवाब में कांग्रेस ने गुजरात में पीएम नरेंद्र मोदी के हालिया चुनाव अभियान और बीजेपी के चल रहे मार्च का हवाला दिया. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, "भाजपा कर्नाटक और राजस्थान में यात्रा निकाल रही है. क्या स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें पत्र भेजा है?"
पार्टी ने आगे कहा, "कृपया कोविड प्रोटोकॉल की घोषणा करें, हम उनका पालन करेंगे."
विशेषज्ञ समूह की बैठक आज इसके बाद हुई. बैठक के बाद मंडाविया ने कांग्रेस के गांधी परिवार पर कटाक्ष किया: "कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना महत्वपूर्ण है, भले ही आप एक खास परिवार से संबंधित हों."
उन्होंने कहा, "मैं प्रधान सेवक (पीएम मोदी) के नेतृत्व वाली टीम का केवल एक छोटा सा सदस्य हूं, मैं खास लोगों से सवाल नहीं कर सकता."
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पहले पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि बीजेपी "यात्रा की सफलता को देखकर बहाने ढूंढ रही है." उन्होंने कहा, "मोदी जी जब गुजरात में वोट मांगने के लिए घर-घर गए तो क्या उन्होंने मास्क पहन रखा था?"
चौधरी ने कहा, "इस यात्रा ने गोदी मीडिया के माध्यम से बीजेपी द्वारा फैलाए गए प्रचार पर सेंध लगाई है." उन्होंने कहा, "लेकिन अब राहुल गांधी पूरे सोशल मीडिया पर हैं. यात्रा के बारे में बात की जा रही है. यह बड़े पैमाने पर असर डाल रही है. इसलिए मोदी सरकार ने किसी भी बहाने का इस्तेमाल करने और लोगों को यात्रा के खिलाफ करने की कोशिश करने के लिए (मनसुख) मंडाविया को तैनात किया है."
इस पर राहुल गांधी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.