मणिपुर में सेना के कथित अत्याचारों के विरोध में 16 साल तक खाना नहीं खाने वाली मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला ने मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने की भयावह घटना पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि भयावह घटना के दोषियों को बिना परोल के आजीवन कारावास की सजा दी जानी चाहिए. इरोम शर्मिला ने कहा कि मणिपुर में जो कुछ हो रहा है, उससे उन्हें "खेद और दुःख" है. इरोम शर्मिला ने NDTV से कहा, "मैं स्तब्ध और परेशान महसूस कर रही हूं." उन्होंने कहा कि यह किसी विशेष समुदाय के बारे में नहीं है, बल्कि एक "अमानवीय" घटना है.
मणिपुर में पुरुषों के एक समूह द्वारा दो महिलाओं को सड़क पर नग्न घुमाने का वीडियो वायरल होने के बीच मणिपुर पर विस्तृत चर्चा की मांग को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी.
वीडियो की भारी निंदा हुई है और कार्रवाई की मांग की गई है. एक आदिवासी संगठन ने आरोप लगाया है कि दोनों महिलाओं के साथ एक खेत में सामूहिक बलात्कार किया गया. मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पीड़ितों में से एक ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में आरोप लगाया है कि नग्न परेड कराने वाली महिलाओं को "पुलिस ने भीड़ के पास छोड़ दिया".
18 मई को एक पुलिस शिकायत में पीड़ितों ने आरोप लगाया कि दोनों महिलाओं में से छोटी महिला के साथ "दिनदहाड़े सामूहिक बलात्कार किया गया". राज्य पुलिस ने कहा कि कथित अपराधियों में से एक को गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. 32 वर्षीय व्यक्ति की पहचान हुइरेम हेरादास सिंह के रूप में हुई है, जिसे महिलाओं का वीडियो वायरल होने के बाद थौबल जिले से गिरफ्तार किया गया. वीडियो में हरे रंग की टी-शर्ट पहने व्यक्ति एक महिला को घसीटते हुए नजर आ रहा है. अपराध और वीडियो के सामने आने के बीच भारी अंतर को देखते हुए पुलिस की व्यापक निंदा के बीच ये गिरफ्तारियां हुईं.